हिसार, 2 दिसंबर (Udaipur Kiran) । इस जमाने में ऐसे भी लोग है जो 31 लाख व दहेज मे मिला सारा सामान छोड़कर एक रुपया नारियल लेकर शादी करवाकर एक उदाहरण पेश कर रहे हैं। इसी को चरितार्थ करते हुए आदमपुर के गांव सदलपुर के आत्माराम गोदारा ने एक समाज सुधार का उदाहरण पेश किया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार आदमपुर क्षेत्र के गांव सदलपुर निवासी कुलदीप पुत्र आत्माराम गोदारा की शादी गांव खैरमपुर निवासी खुशबू पुत्री राधेशयाम डारा के साथ को की गई। इस शादी में खुशबू के दादा नरसिंह डारा ने बिश्नोई समाज द्वारा दी जाने वाली समठुनी के अवसर पर 31 लाख रुपए थाली में रखे लेकिन कुलदीप एवं आत्माराम गोदारा ने यह पैसे लेने से इनकार कर दिया और कहा कि हमें दहेज की कोई जरूरत नहीं है तथा दुल्हन ही दहेज है। जब मां-बाप अपनी बेटी को पाल पोषकर बड़ाकर कर दूसरों की सेवा के लिए अर्पण कर देते हैं, उससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती है। इन्होंने कहा कि हमारे पास भगवान का दिया हुआ बहुत कुछ है, इन्होंने दहेज में दिया गया सामान भी लेने से इनकार कर दिया जिसकी सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है। इस अवसर पर महावीर बेनीवाल, रामनिवास डेलू, ओमप्रकाश थापन, रोहतास, रमेश, रामसिंह डारा, मक्खन, सतपाल व जगमाल सहित समाज के अनेक वरिष्ठ नागरिक व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर