
चंडीगढ़, 22 फरवरी (Udaipur Kiran) । भारत में खेलों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के संकल्प के तहत केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज चंडीगढ़ में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में पंजाब सरकार, चंडीगढ़ प्रशासन और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के क्षेत्रीय केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य उत्तर भारत में खेल अवसंरचना को और मजबूत करना था।
डॉ मांडविया ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की गई हैं, जिनमें खेलो इंडिया, फिट इंडिया और टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) प्रमुख हैं। हमारा लक्ष्य ऐसी विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराना है, जहां युवा प्रतिभाएं निखरकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करें। उन्होंने यह भी कहा कि खेल केवल पदक जीतने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह अनुशासन, मेहनत और देशप्रेम की भावना को भी मजबूत करते हैं।
उत्कृष्ट खिलाड़ियों का सम्मान
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कबड्डी, हैंडबॉल, जूडो, बॉक्सिंग, कयाकिंग और कैनोइंग जैसे खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 30 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सम्मानित किया। ये खिलाड़ी 38वें राष्ट्रीय खेलों सहित विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके हैं। ये सभी भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के प्रशिक्षण केंद्रों और राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
डॉ मांडविया ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, भारत एक खेल महाशक्ति बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। 2047 में जब देश अपनी आज़ादी के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब भारतीय एथलीट विश्व मंच पर नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे और हर खेल में तिरंगे की शान बढ़ाएंगे।
खेल सुविधाओं का निरीक्षण
इसके अलावा, डॉ मांडविया ने साई के क्षेत्रीय केंद्र, चंडीगढ़ का दौरा कर वहां उपलब्ध खेल सुविधाओं का जायजा लिया। यह केंद्र उत्तर भारत का सबसे बड़ा खेल प्रशिक्षण केंद्र है, जो पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़ और लद्दाख में खेलों के विकास की जिम्मेदारी संभालता है।
वर्तमान में साई क्षेत्रीय केंद्र, चंडीगढ़ के अंतर्गत 152 खेलो इंडिया केंद्र (केआईसी), 6 खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टता केंद्र (केआईएससीई) और 42 खेलो इंडिया मान्यता प्राप्त अकादमियां (केआईएए) संचालित हो रहे हैं, जिनमें 2,400 से अधिक युवा खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
