चंबा, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । ज़िला चंबा में 28,931 बच्चों को 1,495 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पूरक पोषाहार उपलब्ध कराया जा रहा है। यह पहल स्वस्थ और सुपोषित बचपन के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है जो नौनिहालों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास में सहायक है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने बाल कुपोषण पर अंकुश लगाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने और बाल विकास सेवाओं का विस्तार करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। ज़िला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास राकेश कुमार के अनुसार समेकित बाल विकास सेवाएं कार्यक्रम के अंतर्गत ये कदम उठाए जा रहे हैं।
राकेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में चंबा में 7,538 गर्भवती और धात्री महिलाओं तथा 14 से 18 वर्ष तक की 17,155 किशोरियों को भी विशेष पोषाहार कार्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि ज़िले में 100 आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में स्तरोन्नत किया गया है।
इन सक्षम केंद्रों में स्वच्छ पेयजल की सुविधा के लिए आरओ वॉटर प्यूरीफायर स्थापित किए गए हैं, और 90 केंद्र परिसरों में पोषण वाटिका भी बनाई गई है। साथ ही, 65 आंगनबाड़ी केंद्रों में वर्षा जल संग्रहण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
ज़िला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि विभिन्न बाल विकास परियोजनाओं के तहत बच्चों को विभिन्न प्रकार का पोषाहार उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसमें राजमा-चावल, मीठा और नमकीन दलिया, खिचड़ी, काले चने, मीठी सेवइयां, बाजरा और औट के बिस्कुट शामिल हैं।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला