लखनऊ, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन तक ले जाने में कृषि विभाग का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके लिए फसलों की उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करने के साथ गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गुणवत्ता सुधार तथा विदेशी बाजारों में अपने उत्पादों की मांग बढ़ाने के लिए किसानों को अपने उत्पादों में आवश्यक सुधार करना चाहिए। ये बातें प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंगलवार को कही। वे विधानसभा स्थित अपने कक्ष में अधिकारियों
के साथ बैठक कर रहे थे।
कृषि मंत्री द्वारा डेलाइट संस्था के प्रतिनिधियों को कृषि विभाग के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों को और बेहतर करने के लिए जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण करने के निर्देश दिये गए। उन्होंने कहा कि डेलाईट कृषि विभाग के लिए लक्ष्य निर्धारण विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर सुनिश्चित करें, ताकि लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से हासिल किया जा सके। उन्होंने डेलाईट के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि कृषि विभाग के लिए बनायी जा रही कार्ययोजना को बेहतर ढंग से बनाये तथा उसमे समय निर्धारण भी किया जाय।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों के उत्पादों को विदेशी बाजार उपलब्ध कराने के साथ-साथ विदेशों मे मेलों का भी आयोजन किया जाय, जिससे विदेश के लोग प्रदेश के किसानों के उत्पादों के बारे मे जान सकें तथा उसकी डिमांड कर सकें। उन्होंने कहा कि विदेशों के अनुरूप उत्पादों की गुणवत्ता मे सुधार करने के लिए प्रदेश में स्थापित प्रयोगशालाओं को अपडेट करते हुए नयी प्रयोगशालायें खोली जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को योगी सरकार द्वारा हरसम्भव सहायता प्रदान की जा रही है। किसानों को बीज से निर्यात तक प्रदेश सरकार विभिन्न अनुदान दिये जा रहे है। इस दौरान कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, सचिव कृषि अनुराग यादव सहित कृषि विभाग के अनेक उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय / मोहित वर्मा