मुंबई ,9सितंबर ( हि. स.) । ठाणे मनपा क्षेत्र में डेढ़ दिवसीय गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन रविवार को भक्तिमय माहौल में संपन्न हुआ। इस वर्ष नगर निगम क्षेत्र में डेढ़ दिन तक 17हजार113 गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इसी प्रकार नगर निगम के गणेश मूर्ति स्वीकृत केन्द्र में प्राप्त कुल 245 गणेश प्रतिमाओं एवं चल विसर्जन प्रणाली में 27 गणेश प्रतिमाओं का विधिवत विसर्जन किया गया।आयुक्त राव ने आज कहा कि उन्होंने स्वयं सोमवार को कोपरी विसर्जन घाट, रेलादेवी, उपवन, नीलकंठ में कृत्रिम झील, कोलशेत विसर्जन घाट का दौरा किया और सिंचाई प्रणाली का निरीक्षण किया। डेढ़ दिवसीय विसर्जन के दौरान प्राप्त अनुभव के अनुसार कमिश्नर राव ने निर्देश दिये कि विसर्जन व्यवस्था में आवश्यक सुधार किये जायें तथा सभी स्थानों पर साफ-सफाई रखी जाये। ठाणे नगर निगम और समर्थ भारत व्यासपीठ पिछले 13 वर्षों से गणेशोत्सव के दौरान निर्माल्य का प्रबंधन कर रहे हैं। डेढ़ दिन के गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान 12 टन से अधिक निर्माल्य एकत्र हुआ है। इस उत्पादन को प्रसंस्कृत कर इसकी जैविक खाद तैयार की जायेगी। साथ ही निर्माल्य के अविघटित न होने वाले घटकों को छांटकर पुनर्प्रसंस्करण के लिए भेजा जाएगा। इस साल भी निर्मला में प्लास्टिक, थर्माकोल की मात्रा कम हुई है।इस वर्ष घूर्णन विसर्जन प्रणाली चार वार्ड समिति क्षेत्रों अर्थात् नौपाड़ा-कोपारी, मजीवाड़ा-मनपाड़ा, वागले और वातरकानगर में उपलब्ध है। विसर्जन व्यवस्था वाला यह चलंत वाहन वार्ड समिति के विभिन्न स्थानों पर सीमित समय के लिए सुबह 12 बजे से रात 10 बजे तक उपलब्ध रहेगा। इसके ऊपर बने टैंक में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकता है। पिछले वर्ष से नगर निगम ने निस्तारी के लिए कृत्रिम तालाबों के साथ-साथ छोटे टैंकों की भी व्यवस्था की थी। इस हिसाब से पिछले साल 42 जगहों पर टैंक की सुविधा उपलब्ध थी. इस वर्ष यह संख्या बढ़ाकर 49 कर दी गई है। इसके अलावा, जेल झील, माधवी हाउस-राममारुथी रोड, महागिरी कोलीवाड़ा, टेम्बी नाका, रीजेंसी हाइट्स-आजादनगर, लोढ़ा लक्जरी, कामगार अस्पताल, किसान नगर बस स्टॉप, मॉडला चेक नाका, देवदया नगर-शिवाई नगर में मूर्ति स्वीकृति केंद्र हैं।अंबेघोसाले, मसुंदा दत्त घाट, खारीगांव, घोलाईनगर, दतिवली झील, खिड़काली झील, न्यू शिवाजी नगर कलवा झील, नीलकंठ वुड्स- टिकुजिनी वाडी, रेवाले, बोरीवाडे, ब्रह्माण्ड रितु पार्क, हीरानंदानी रेलादेवी-1, रेलादेवी-2, उपवन झील परिसर-वर्तकनगर देवदयानगर आदि 15 स्थानों पर कृत्रिम झीलों की व्यवस्था की गई है।इसके साथ ही कोपरी, पारसिक रेती बंदर, रेतीबंदर-1, रेतीबंदर-2-राणानगर, फास्ट ट्रैक ब्रिज, बाबाजी पाटिल वाडी, शंकर मंदिर घाट, कोलशेत, बालकुम जैसे 09 स्थानों पर विसर्जन घाटों की व्यवस्था है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा