उदयपुर, 8 दिसंबर (Udaipur Kiran) । आधार संबंधित सेवाओं के लिए काम में ली जा रही फिंगर प्रिंट डिवाइस के अपडेशन को लेकर एक बार फिर ईमित्र हैरान-परेशान हो रहे हैं। किसी के एल-वन चल रही है तो किसी के एल-वन काम नहीं कर रही। किसी ने एल-जीरो हटा दी तो दुबारा चलाने में पसीना आ रहा है। अब आधार विभाग ने ऐसे दिशा निर्देश जारी किए हैं जिनका लब्बोलुआब यह निकल रहा है कि जिसके जो डिवाइस चल रही है, वह चलने दो, पूर्ण बदलाव की तारीख 31 मार्च 2025 कर दी गई है।
दरअसल, फिंगर प्रिंट डिवाइस बदलने की कहानी छह माह से परेशान कर रही है। पहले अचानक आदेश आ गए थे कि पुराना एल-जीरो मॉडल बदलकर एल-वन मॉडल करना होगा। मोहलत कम थी और बाजार में डिवाइस उपलब्ध नहीं थी, तब कालाबाजारी का अंदेशा हो चला। मामला उठा तो तारीख बढ़ा दी गई। इसके बाद 27 सितम्बर 2024 को आदेश जारी हुआ कि एल-वन डिवाइस तकनीकी रूप से पूर्ण सक्षम नहीं है। ऐसे में फिर से संशय की स्थिति बन गई। इस आदेश का अपडेशन एक नवम्बर को जारी अगले आदेश में हुआ, जब एल-वन डिवाइस में त्रुटि सुधार की अवधि 30 नवम्बर की गई।
अब हाल ही, 29 नवम्बर को एक और आदेश जारी हुआ है जिसमें पिछले सभी आदेशों का सार लिखते हुए कहा गया कि एल-वन में त्रुटि सुधार की तारीख 31 दिसम्बर कर दी गई है। और पुराने मॉडल एल-जीरो अब 31 मार्च 2025 तक चलती रहेगी।
यह हुई समस्या
-27 सितम्बर के आदेश के प्रभावी होने तक जिसने एल-वन डिवाइस खरीद ली और एक्टिवेट कर ली, उनके एल-वन डिवाइस चल रही है, लेकिन इसके बाद जिसने खरीदी, उनकी डिवाइस एक्टिवेट नहीं हो सकी है। कुछ लोगों ने एल-जीरो हटाकर एल-वन लगा ली, अब उनकी एल-जीरो डिवाइस पुन: एक्टिवेट नहीं हो पा रही है, दिक्कत कर रही है।
यह सेवाएं हो रहीं बाधित
-एईपीएस से पैसा निकालने की सेवा
-ईमित्र कियोस्क को लॉगिन में समस्या
-वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र में फिंगर प्रिंट कैप्चर नहीं हो पा रहे
-बैंक बीसी भी परेशान हो रहे हैं
समाधान शीघ्र करने की मांग
-आधार विभाग ने नई एल-वन डिवाइस को 31 दिसम्बर तक त्रुटि सुधार का समय दिया है, लेकिन इसके लागू करने की तारीख तय नहीं की है, अलबत्ता पुरानी एल-जीरो को 31 मार्च 2025 तक जीवनदान दिया है। इस क्षेत्र में कार्यरत हर सेवा प्रदाता यह मांग कर रहा है कि यदि 31 दिसम्बर तक एल-वन में सुधार की अंतिम तिथि है तो एक जनवरी से एल-वन लागू करने का आदेश क्यों नहीं जारी किया जा रहा है। इस आदेश के अभाव में सभी यही मानकर चल रहे हैं कि असमंजस की पीड़ा 31 मार्च तक भोगनी होगी।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता