रायपुर, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने सोमवार को खुतबे को लेकर कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने जानकारी दी है कि अब निर्देश के मुताबिक मस्जिदों के इमामों को इस शुक्रवार से छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड को अपने भाषणों के विषय के बारे में बताना होगा।अब जुमे के दिन पढ़े जाने वाले खुतबे से पहले वक्फ बोर्ड की अनुमति जरूरी होगी।
उल्लेखनीय है कि वक्फ बोर्ड के निर्देशों का का सांसद असदुद्दीन ओवैसी एवं कांग्रेस ने विरोध किया है। निर्देश के अनुसार जुमा की नमाज के पूर्व यदि मस्जिद में धार्मिक बयान/तकरीर के अतिरिक्त कोई अन्य विषय पर जमात के समक्ष अपनी बात रखनी है तो इसके लिए छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड द्वारा पूर्व में मुतवल्लियों (सदर) के लिए बनाये गये व्हॉट्सएप ग्रुप या फिर पत्राचार के माध्यम से वक्फ बोर्ड से अनुमति लिया जाना जरूरी होगा।
छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने कहा कि 3,842 मुतवल्लियों का एक ग्रुप बनाया गया है। मकसद है किसी भी बेतुके बयान के लिए कार्रवाई की जा सके। मस्जिदों के इमामों से कुरान के अनुसार भाषण देने और राजनीति को राजनेताओं पर छोड़ देने का आग्रह किया गया है। हम मस्जिदों को राजनीति का अड्डा नहीं बनने देंगे। बोर्ड ने इस संबंध में सोमवार को छत्तीसगढ़ के सभी जिलों की मस्जिदों के मुतवल्लियों (सदर) के नाम एक पत्र जारी किया, जिसमें कहा गया है कि मस्जिदों के मुतवल्ली और कमेटी के पदाधिकारियों को सूचित किया जाता है कि मस्जिद में जुमा की नमाज के पूर्व ईमाम साहब के द्वारा जो धार्मिक बयान/तकरीर किया जाता है, उसके लिए वह स्वतंत्र है।
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(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा