अनंतनाग, 21 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने रविवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर सरकार पर केंद्र शासित प्रदेश के लोगों को उनकी आजीविका के मुख्य स्रोत से वंचित करने का आरोप लगाया। अनंतनाग के लिवर गांव पंचायत में आज पत्रकारों से बात करते हुए इल्तिजा मुफ्ती ने बागों से गुजरने वाली प्रस्तावित रेलवे लाइन का विरोध किया और स्थानीय निवासियों की आजीविका पर इसके प्रभाव के बारे में चिंता जताई।
पीडीपी नेता ने कहा कि यहां के लोग विकास के विरोधी नहीं हैं। हालांकि उनकी आजीविका की कीमत पर विकास अस्वीकार्य है। यहां नुकसान फायदे से ज्यादा है। हम ऐसी जगह खड़े हैं जहां हमारे पीछे जंगल है और सामने बाग हैं। इल्तिजा मुफ्ती ने एक 80 वर्षीय विधवा से मुलाकात को याद किया जिसके पास सिर्फ 1-2 कनाल जमीन है, कई लोगों ने सेब और अखरोट के पेड़ों की खेती के लिए कर्ज लिया है। उन्होंने सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यदि आप उनकी आजीविका के साधन छीन लेंगे तो ये लोग कहां जाएंगे और क्या करेंगे?
जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हम यहां उच्च बेरोजगारी के स्तर से अवगत हैं। कोई निजी क्षेत्र नहीं है और हर कोई सरकारी नौकरी हासिल नहीं कर सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि बागवानी उनकी आय का प्राथमिक स्रोत है और आप इसे उनसे छीन रहे हैं। क्षेत्र की पर्यावरणीय नाजुकता के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में पर्यावरण और पारिस्थितिक नाजुकता से अच्छी तरह वाकिफ हैं। हम अपने पर्यावरण की कीमत पर विकास को स्वीकार नहीं करेंगे। इसलिए हम राज्य सरकार की प्रस्तावित रेलवे लाइन को अस्वीकार करते हैं। हम इसका विरोध करने के लिए यहां हैं। उन्होंने कहा कि हम किसी भी परिस्थिति में ऐसी रेलवे लाइन को स्वीकार नहीं करेंगे जो लोगों की आजीविका को खतरा पहुंचाती हो।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता