नाहन, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर सड़क निर्माण में लगी एबीसीआई कंपनी की सबलेट कंपनी बीआरएन पर अवैध डंपिंग के गंभीर आरोप लगे हैं। कंपनी ने निर्माण के दौरान निकाले गए मलबे को नदी-नालों और वन परिक्षेत्र में बेतरतीब तरीके से फेंक दिया। इससे पर्यावरण को भारी क्षति हुई है।
मलबे की वजह से तिलगिंन खाले और गिरी नदी में हजारों मेट्रिक टन मलबा बह गया, जिससे पानी के स्रोत बंद हो गए। वन क्षेत्र में हरी-भरी वनस्पतियां और औषधीय पौधे नष्ट हो गए।
इस मामले को नाथूराम चौहान ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण के समक्ष उठाया। एनजीटी के आदेश पर सतौन से टिंबी तक नदी-नालों और वन क्षेत्र में बने अवैध डंपयार्ड का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को सतौन के गिरी नदी के पास तिलगिंन खाले में बड़े पैमाने पर डंपिंग का खुलासा हुआ।
स्थानीय निवासियों ने इस मामले पर कड़ी नाराजगी जताई और निरीक्षण टीम को स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया। डंपिंग यार्ड में सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए, जिससे भारी मात्रा में मलबा बहकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर