कानपुर, 30 दिसंबर (Udaipur Kiran) । साल 1999 में आईआईटी कानपुर से पास आउट हुए छात्रों को 25 साल पूरे होने पर ऐतिहासिक सिल्वर जुबली रीयूनियन कार्यक्रम आयोजित हुआ। तीन दिनों तक चले इस कार्यक्रम में दुनिया भर से 180 से भी ज्यादा छात्रों और उनके परिवार एक साथ जुड़कर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें। क्लास ऑफ 1999 ने परिसर में विभिन्न गतिविधियों का समर्थन करने के लिए 11 करोड़ साठ लाख रुपये देने का संकल्प भी लिया। जिससे संस्थान के निरंतर विकास और सफलता के लिए उनके अटूट समर्थन की पुष्टि हुई।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के पूर्व छात्रों ने क्लास ऑफ 1999 के लिए एक ऐतिहासिक सिल्वर जुबली रीयूनियन समारोह आयोजित किया। जिसमें उत्कृष्टता और उपलब्धियों के 25 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया गया। कार्यक्रम में दुनिया भर से आये करीब 180 से भी ज्यादा छात्रों ने 25 साल पुरानी यादें ताजा करते एक दूसरे को गले लगाकर हाल चाल-जाना, छात्रों के द्वारा किये गए इस कार्यक्रम को प्रमोट भी किया गया। क्लास ऑफ 1999 ने परिसर में विभिन्न गतिविधियों का समर्थन करने के लिए 11 करोड़ साठ लाख रुपये देने का संकल्प लिया। यह योगदान आईआईटी कानपुर के विकास के प्रति पूर्व छात्रों के समर्पण को रेखांकित करता है। जो बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, अनुसंधान को आगे बढ़ाने और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने वाली प्रमुख पहलों का समर्थन करता है। जिससे तकनीकी नवाचार में संस्थान का नेतृत्व और मजबूत होगा।
इस मौके पर आईआईटी निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने सभी पूर्व छात्रों का आभार व्यक्त करते हुए कहा हमारे पूर्व छात्र न केवल संस्थान की उत्कृष्टता की परंपरा का सम्मान करते हैं बल्कि सक्रिय रूप से इसके भविष्य को भी आकार देते हैं। हम उनकी असाधारण उपलब्धियों पर गर्व करते हैं। आईआईटी कानपुर की विरासत को मजबूत करने में उनके निरंतर समर्थन और दूरदर्शिता के लिए आभारी हैं। संस्थान की ओर से मैं इस उदार योगदान के लिए आभार व्यक्त करता हूं।
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(Udaipur Kiran) / Rohit Kashyap