देहरादून, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । आईआईएम रोहतक ने मंगलवार को सचिवालय में मुख्य सचिव की मौजूदगी में चारधाम यात्रा की धारण क्षमता पर स्टडी रिपोर्ट प्रस्तुत की। मुख्य सचिव ने रिपोर्ट की समीक्षा कर सुगम सुरक्षित यात्रा का एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से सचिवालय में मंगलवार को आईआईएम रोहतक के निदेशक व उनकी टीम की ओर से चारधाम यात्रा की धारण क्षमता और एसओपी सुधारने व श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को अधिकाधिक सुखद, सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए तैयार की गई अध्ययन रिपोर्ट पर गहन चर्चा की गई।
इस मौके पर मुख्य सचिव ने कहा कि पंजीकरण व्यवस्था सरल बनाने के लिए रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) कार्ड आधारित पंजीकरण प्रणाली और आधार आधारित पंजीकरण पर विचार किया जाएगा। एक्शन प्लान में श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा एवं आपातकालीन सेवाओं की पुख्ता व्यवस्था, यात्रा के प्रभावी प्रबंधन एवं मॉनिटरिंग और स्थानीय इकोलॉजी को संरक्षित करते हुए स्थानीय आर्थिकी को मजबूत करने जैसे मुद्दों का विशेष फोकस किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सुगम व सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए बनने वाले एक्शन प्लान के लिए चारों धामों की धारण क्षमता के सटीक आकलन का प्रयास किया जाए। उन्होंने एक्शन प्लान में सड़कों की स्थिति में सुधार, ट्रैफिक जाम, कपाट खुलने के बाद धामों में प्रथम 40 दिनों में ओवरक्राउडिंग की समस्या के समाधान, श्रद्धालुओं की फीडबैक की व्यवस्था को प्रमुखता से रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही चारधाम यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा की दृष्टिगत एक एसएमएस मौसम अद्यतन प्रणाली लागू करने, यात्रारूट पर पीपीपी मॉडल या सीएसआर के तहत मेडिकल सुविधा प्रदान करने, धामों में भीड़ नियंत्रण के लिए बैच वार दर्शन व्यवस्था लागू करने और पार्किंग कैपेसिटी की समीक्षा करने पर भी चर्चा की गई। बैठक में अपर मुख्य सचिव, सचिव पर्यटन, कमिश्नर गढ़वाल सहित अन्य अधिकारी और आईआईएम रोहतक के निदेशक व उनकी टीम मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार पाश