अजमेर, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि मर कर भी जिंदा रहना है तो हमें अंगदान करना चाहिए। आज देश में हृदय, लीवर, किडनी और आंखों सहित अन्य अंगों की वास्तविक मांग के मुकाबले उपलब्धता बहुत कम है। हमें अपनी सोच को बदलना होगा। जिस तरह रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है। उसी तरह अंगदान का महत्व भी आमजन को समझना होगा।
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने शनिवार को राजकीय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में अंगदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। यहां उन्होंने विशेष रूप से बनाई गई विधानसभा अध्यक्ष हैल्प डेस्क का शुभारम्भ किया। अस्पताल में नवीन लैब का शुभारम्भ एवं “एक पेड़ मॉ के नाम“ कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए देवनानी ने कहा कि समाज को अंगदान के प्रति सोच को बदलना होगा। जिस तरह रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है। आमजन स्वप्रेरित होकर रक्तदान कर रहा है। उसी तरह हमें अंगदान को भी ज्यादा से ज्यादा प्रेरित करना होगा। एक व्यक्ति स्वयं तो अंगदान का संकल्प लें ही रहा है, साथ ही दूसरों को भी अंगदान के लिए प्रोत्साहित करें।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर पर हार्ट, लीवर, किडनी, आंखे, पैनक्रियाज व अन्य अंगों की मांग काफी ज्यादा है, जबकि उपलब्धता बहुत सीमित। प्रति वर्ष दो लाख किडनियों की आवश्यकता होती है। इनकी तुलना में महज वर्ष 2022 में 11522 किडनी ही जरूरतमंदों को उपलब्ध हो सकी। इसी तरह 30 से 50 हजार हार्ट और लीवर की मांग की तुलना में उपलब्धता बहुत सीमित है। अंगदान को लेकर आमजन में कई तरह की भ्रांतियां है, हमें इन भ्रांतियों को दूर करना होगा। तेलंगाना, तमिलनाडु और कई राज्याें में अंगदान का प्रतिशत बहुत अच्छा है। राजस्थान को भी इस दिशा में आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अंगदान की विधिक प्रक्रिया बहुत जटिल है। इसे सरल बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि अजमेर शहर, आने वाले समय में बहुत तेजी से आगे बढ़ने वाला है। यहां कई सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में 200 करोड़ रूपये की लागत से सुपर स्पेसलिटी सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। टीबी अस्पताल वाली जगह पर सुपर स्पेसलिटी ब्लॉक बनाया जाएगा। इसे आधुनिकतम सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस बार राज्य बजट में अजमेर को सरकार ने बहुत ही सौगातें दी है। अजमेर को बजट में करीब 1500 करोड़ रूपये के विकास कार्य स्वीकृत किए गए है। अजमेर में पेयजल, आयुर्वेद यूनिर्वसिटी, स्र्पोट्स कॉलेज, आईटी पार्क, सैटेलाइट अस्पताल, सड़क विकास और ऎसी ही सुविधाओं पर सैकड़ों करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे। पूर्व में जेएलएन अस्पताल में कैथ लैब, कॉडियोलॉजी, यूरोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी और ऎसी ही कई अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। देवनानी ने कहा कि अस्पताल में पार्किंग, शिशुरोग विभाग और मेडिसिन विभाग की नई बिंल्डिग का भी जल्द शुभारम्भ किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने चिकित्सालय की आपातकालीन इकाई में स्पीकर हैल्प डेक्स का भी शुभारम्भ किया। यह हैल्प डेक्स प्रतिदिन अस्पताल में आने वाले हजारों मरीजों और उनके परिजनों को मार्गदर्शन का काम करेगी। यहां आने वाले प्रत्येक मरीज व परिजनों को उसके रोग के अनुसार विभाग व ओपीडी में जाने की सलाह दी जाएंगी। हैल्प डेस्क पर 24 घंटे कर्मचारी व अधिकारी तैनात रहेंगे। जो पूछताछ के लिए आने वालों को डॉक्टर, दवा व जांच से संबंधित सलाह देंगे। अस्पताल में एक नई लैब का शुभारम्भ किया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने “एक पेड़ मॉ के नाम“ की भी शुरूआत की। इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल सामरिया एवं अधीक्षक डॉ. अरविन्द खरे भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / रोहित / संदीप