Jammu & Kashmir

अगर हम एकजुट रहेंगे तो हम तरक्की करेंगे-फारूक अब्दुल्ला

श्रीनगर, 3 मई (Udaipur Kiran) । नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को खीर भवानी मेला और हजरत मीर सैयद अली हमदानी के उर्स दोनों के जश्न का स्वागत किया और इसे कश्मीर में सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक बताया। उन्होंने राष्ट्रीय प्रगति के लिए एकता के महत्व पर जोर दिया।

पहलगाम में संवादाताओं के सामने फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह खुशी की बात है कि खीर भवानी का मेला और हजरत मीर सैयद अली हमदानी का उर्स आज मनाया जा रहा है। घाटी में हमेशा भाईचारा रहा है। हम इस भाईचारे को पूरे देश में देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम एकजुट रहेंगे तो हम तरक्की करेंगे।

खीर भवानी मेला कश्मीरी पंडित समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण वार्षिक धार्मिक उत्सव है। यह गांदरबल जिले के तुल्लामुल्ला गांव में खीर भवानी मंदिर में आयोजित किया जाता है। यह मंदिर देवी दुर्गा के एक रूप देवी रागन्या देवी को समर्पित है और इसे कश्मीरी हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है।

फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में आई गिरावट पर चिंता जताते हुए श्रद्धालुओं से कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर जाने की अपील की।

इससे पहले अब्दुल्ला ने पर्यटकों से जम्मू-कश्मीर लौटने का आग्रह किया था और इस बात पर जोर दिया था कि यह क्षेत्र हिंसा नहीं बल्कि शांति चाहता है। उन्होंने पहलगाम जैसे स्थानों पर पर्यटन और लोगों की आजीविका पर आतंकी हमलों के नकारात्मक प्रभाव पर चिंता जताई, खासकर वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले।

उन्होंने कहा कि इस साल हमें उम्मीद थी कि करोड़ों लोग आएंगे और हमारे पास उन्हें ठहराने के लिए कोई जगह नहीं है। लेकिन दुर्भाग्य से निर्दाेष लोगों को मारने वालों ने यह नहीं देखा कि क्या होगा (टैक्सी ड्राइवरों, होटल मालिकों, टट्टू मालिकों के साथ)… हम भगवान द्वारा दी गई सुंदरता को बेचते हैं और जीविकोपार्जन करते हैं। उन्होंने कहा कि जो हुआ उससे हम बहुत दुखी हैं, कृपया वापस आएँ, हम आपका (पर्यटकों का) इंतज़ार कर रहे हैं। भोलेनाथ भी आपका इंतज़ार कर रहे हैं क्योंकि अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है।

(Udaipur Kiran) / सुमन लता

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