
मंडी, 27 मई (Udaipur Kiran) । नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा की गई प्रशासनिक जांच रिपोर्ट को स्वयं पढ़ते तो उन्हें बहुत सारे तथ्यों का पता चल जाता। हमने जो भी बातें कही हैं, सरकार पर जो भी आरोप लगाए हैं। वह सरकार के अधिकारियों द्वारा ही कहे गए हैं और न्यायालय में भी द्वारा प्रस्तुत किए गए हैं। जिन दस्तावेजों के आधार पर हमने अपनी बातें कही है वह सभी रिकॉर्ड में दर्ज है।
उन्हाेने कहा कि सबसे हैरानी की बात है यह सब कुछ कहने वाले मुख्यमंत्री के द्वारा ही नियुक्त किए गए लोग हैं । अगर उन्हें अभी भी संशय है तो वह माननीय न्यायालय में उन्हीं के अधिकारियों द्वारा दाखिल किए गए कागजातों को एक बार अगर देख लेंगे तो उन्हें स्वयं उत्तर मिल जाएगा।
जयराम ठाकुर ने कहा कि तथ्यों को नकारने, सच्चाई से नज़रे चुराने और झूठ का सहारा लेकर मुख्यमंत्री खुद को बचा नहीं सकते। विपक्ष पर सवाल उठाने की बजाय उन्हें खुद के भीतर झांकने की जरूरत है। मुख्यमंत्री के बयान और उनके काम के बीच जमीन आसमान का फर्क है। वह बातें बहुत बड़ी-बड़ी करते हैं, भ्रष्टाचार रोकने के दावे करते हैं और जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है उन्हें संरक्षण देते हैं। ऐसे लोगों का खुले आम समर्थन करते हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं कर सकते? तो वह बताएं पिछले हफ्ते जो कुछ भी हुआ क्या हुआ अनुशासनहीनता नहीं थी?अनुशासनहीनता का इससे बड़ा कौन सा नमूना वह देखना चाहते हैं। सरकार के इस रवैए से लोगों का सरकार से भरोसा उठ रहा है। भरोसे का कायम रहना बहुत जरूरीहै। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं यदि मुख्यमंत्री को अनुशासनहीनता स्वीकार नहीं है तो वह बीते घटनाक्रम पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
चूड़धार यात्रा से शुल्क हटाना आस्था की जीत
जयराम ठाकुर ने कहा कि शिरगुल महाराज के श्रद्धालुओं पर चूड़धार यात्रा पर शुल्क की वसूली बंद करना आस्था की जीत है। मुख्यमंत्री द्वारा अनर्गल तरीके से लोगों की आस्था से खिलवाड़ करते हुए सरकार द्वारा टैक्स लगाया गया था। जनभावनाओं को समझते हुए हमने अप्रैल में ही इस शुल्क का पुरजोर विरोध किया था और उसे वापस लेने के लिए सरकार से आग्रह किया था। यह श्रद्धालुओं के आंदोलन की भी जीत है।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
