Haryana

गुरुग्राम: एक सप्ताह में सीवरेज व्यवस्था नहीं सुधरी तो होगी कार्रवाई: अशोक गर्ग

फोटो नंबर-05: गुरुग्राम नगर निगम में अधिकारियों की बैठक लेते निगमायुक्त।

-सफाई व सीवरेज समस्या को लेकर निगमायुक्त ने बैठक में कही दो टूक

गुरुग्राम, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने स्पष्ट तौर पर कहा कि एक सप्ताह के भीतर निगम क्षेत्र में सीवर ओवरफ्लो, सीवरेज ब्लॉक व मैनहोल के टूटे ढक्कनों से संबंधित शिकायतों का समाधान सुनिश्चित कर लें। इसके बाद अगर किसी क्षेत्र से शिकायत मिलती है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उक्त निर्देश निगमायुक्त ने सोमवार को अपने कार्यालय में इंजीनियरिंग ब्रांच के साथ आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि सीवरेज नेटवर्क का बेहतर संचालन करना उच्च प्राथमिकता में शामिल करें। सभी कनिष्ठ अभियंता अपने-अपने क्षेत्र का दौरा करके सीवरेज से संबंधित शिकायतों, समाधान के लिए की जा रही कार्रवाई तथा काम पूरा होने की समय सीमा के बारे में अगले 3 दिन में रिपोर्ट भिजवाएं। उन्होंने कहा कि हमें और भी संवेदनशील होकर कार्य करना है तथा नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मुहैया करानी है, ताकि निगम की छवि में सुधार हो सके।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी उत्तरदायी होकर शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करके नागरिकों को संतुष्टिपूर्ण सुविधाएं मुहैया करवाएं। कोई भी नागरिक अगर अपने क्षेत्र से संबंधित शिकायत के लिए किसी अधिकारी या कर्मचारी को फोन करता है, तो यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम फोन अटेंड करके उनकी शिकायत सुनें।

23 नवंबर तक सफाई व्यवस्था हो बेहतर

निगमायुक्त ने बैठक में उपस्थि सफाई शाखा के अधिकारियों से कहा कि अगले 5 दिन में निगम क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को बेहतर करना सुनिश्चित किया जाए। इसके तहत सभी सडक़ों व गलियों की नियमित सफाई होनी चाहिए तथा गार्बेज वर्नेबल प्वाइंट भी साफ करवाएं। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थानों पर खड़ी की गई गार्बेज ट्रॉली प्रतिदिन खाली होनी चाहिए। निगमायुक्त ने स्पष्ट किया कि धरातल पर सफाई व्यवस्था बेहतर कराना वरिष्ठ सफाई निरीक्षक, सफाई निरीक्षक व सहायक सफाई निरीक्षक की जिम्मेदारी है। इसके लिए जो भी संसाधन व मैनपावर की आवश्यकता हो उसकी पूर्ति करवाएं तथा सफाई व्यवस्था को बेहतर करें। निगमायुक्त ने कहा कि वे स्वयं मौका निरीक्षण करेंगे तथा अगर कहीं पर कमी पाई जाती है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीनों के रूट पर सडक़ के सेंट्रल वर्ज व साइड वर्ज पर धूल दिखाई नहीं देनी चाहिए।

(Udaipur Kiran) हरियाणा

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