मंदसौर, सितंबर (Udaipur Kiran) । मंदसौर जिले के नए पुलिस कप्तान अभिषेक आनंद ने 14 अगस्त को अपना पदभार ग्रहण किया था। मंदसौर एसपी बनने के बाद रविवार को उनसे जिले की कानून व्यवस्था को लेकर (Udaipur Kiran) से विशेष चर्चा कि गई। नवागत पुलिस अधीक्षक आनन्द ने बताया कि वे मूलत: बिहार के नालंदा जिले के रहवासी हैं। पिता बिहार में डिस्ट्रीक जज के पद से रिटायर हुए हैं। उन्होंने इंजिनियरिंंग की पढाई की है। जिसके बाद कई जॉब के आफर आए और दो वर्ष तक असिस्टेंट प्रोविडेंट फंड पीपीएफ में कमिशनर के पद पर अहमदाबाद में कार्य किया लेकिन मन में कहीं न कही सिविल सेवा में जाने का भाव था। जिसे मेरे पिता ने मुतरूप दिया और उनकी प्रेरणा से मैंने सिविल सर्विसेस की तैयारी प्रारंभ की और 2018 बैच के आईपीएस आॅफीसर के पद पर मेरा चयन हुआ।
पुलिस अधीक्षक के पद पर मंदसौर दूसरा जिला
आनन्द ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक के पद पर मंदसौर दूसरा जिले है इससे पहले श्योपुर एसपी थे। उससे पहले जावरा में सीएसपी, उज्जैन में एएसपी और इंंदौर में पुलिस उपायुक्त के पद पर अपनी सेवाएं भी दे चुके है।
स्वभाव में शुरू से रही गंभीरता
अपने स्वभाव के बारे में एसपी ने बताया कि गंभीरता उनके स्वभाव में बचपन से है। जॉब को लेकर भी अत्यंत गंभीर है। आपने बताया कि अपराधियों में पुलिस का खौफ होना चाहिए वहीं आम जन में पुलिस को लेकर विश्वास होना चाहिए इसी मूल मंत्र के साथ जॉब कर रहा हूं। कानून व्यवस्था बनायें रखना मेरी प्राथमिकताओं में है।
मध्यप्रदेश में कार्य करने से बहुत संतुष्ट हूं
आपने बताया कि जब मैने यूपीएससी की परिक्षा पास की तो प्रदेश चयन में पहला जिला बिहार भरा और दूसरा मध्यप्रदेश मुझे मध्यप्रदेश मिला अब तक की नौकरी में मैं संतुष्ट हूं यहां का वातावरण भी बहुत अच्छा है।
कभी नहीं झेलना पडा राजनीतिक प्रेशर
अभिषेक आनंद ने बताया कि अब तक की नौकरी में उन्हे कभी राजनीतिक प्रेशर नहीं झेलना पड़ा। क्योकि ईमानदारी पूर्वक कार्य किया और आगे भी ईमानदारी पूर्वक ही कार्य करूंगा। लोगों की मदद करना पहला और आखिर उद्येश्य है। सरकार की मंशाओं के अनुरूप कार्य किया है जॉब में जो भी चुनौति मिली है उसका पूरी हिम्मत से काम किया है अपरििाधयो में पुलिस और सरकार का भय होना चाहिए।
जावरा से बहुत कुछ सीखा
आपने बताया कि मेरी पहली पोस्टिंग जावरा में रही है इसलिए वहां से विशेष लगाव है। जावरा धार्मिक दृष्टिकोण से अलग महत्व रखता है वहीं वह संवेदनशील एरिया भी है इसलिए वहां से बहुत कुछ सीखने को मिला था जो आज भी काम आ रहा है। मंदसौर से भी मैं परिचित हूं अब मंदसौर में कार्य करने का अवसर मिला है यहां भी सरकार की मंशानुरूप कार्य करेंगे। अपराधियों पर नकेस कसी जायेंगी।
रनिंग और मूविज पसंद
एसपी ने बताया कि खाली समय में उन्हें रनिंग करना बेहद पसंद है और उसके बाद भी समय मिलें तो देशभक्ति की फिल्में देखना पसंद करते हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया