कोलकाता, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कोलकाता के एस्प्लानेड में राज्य संचालित आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अपनी सहकर्मी के बलात्कार और हत्या के विरोध में सात जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल बुधवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गई है। यह दिन महा षष्ठी, जो नवरात्रि का छठा दिन होता है, के साथ मेल खा रहा है।
इस पावन अवसर पर पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए जहां उत्सव का माहौल है, वहीं विरोध कर रहे जूनियर डॉक्टर अपने मुद्दों पर समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
आर.जी. कर अस्पताल परिसर में बलात्कार और हत्या की घटना की स्मृति में एक रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। विरोध प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर दर्द में एक महिला की प्रतीकात्मक मूर्ति के साथ उत्तर कोलकाता से लेकर दक्षिण कोलकाता के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों का दौरा करने के लिए निकले हैं। साथ ही अपने 10-सूत्रीय मांग पत्र के पर्चे वितरित कर रहे हैं।
बुधवार का दिन एक और महत्वपूर्ण दिन हो है, क्योंकि कोलकाता के कई मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के वरिष्ठ डॉक्टर सामूहिक इस्तीफे की घोषणा कर चुके हैं। ऐसा ही आरजी कर अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों ने किया था।
बुधवार को आर.जी. कर के 50 वरिष्ठ डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर अपने जूनियर सहयोगियों के आंदोलन के प्रति एकजुटता व्यक्त की।
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के एक प्रतिनिधि ने कहा, हमारे वरिष्ठों के फैसले ने हमारे आंदोलन को जारी रखने का मनोबल मजबूत किया है। हमें सुनने में आया है कि उनके इस्तीफे के बाद प्रशासनिक दबाव बनाया जा रहा है। यदि ऐसा होता है, तो हम अपने आंदोलन की तीव्रता और बढ़ाएंगे।
इस बीच, पीड़िता के माता-पिता भी मंगलवार शाम से उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी स्थित अपने घर के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वे शनिवार तक, जो विजयादशमी का दिन होगा, अपने प्रदर्शन को जारी रखेंगे।
उनके अनुसार, हमारी दुर्गा का विसर्जन तो बहुत पहले ही हो गया, इसलिए पूजा के इन दिनों में उनके लिए घर पर रहना असंभव है और वे विजयादशमी तक अपने घर के बाहर ही बैठे रहेंगे।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर