Jammu & Kashmir

राजौरी और रियासी में मानवाधिकार जागरूकता व्याख्यान आयोजित किए

राजौरी और रियासी में मानवाधिकार जागरूकता व्याख्यान आयोजित किए

जम्मू, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । क्षेत्र में शांति, सांप्रदायिक सद्भाव और समृद्धि को बढ़ावा देने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत भारतीय सेना ने कलाबन, कोटरंका और बालमतकोट में मानवाधिकारों पर जागरूकता व्याख्यानों की एक श्रृंखला आयोजित की। यह पहल 10 दिसंबर को विश्व स्तर पर मनाए जाने वाले मानवाधिकार दिवस के साथ मेल खाने के लिए की गई थी।

व्याख्यानों का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को न्यायपूर्ण और समतापूर्ण समाज को बढ़ावा देने में मानवाधिकारों के महत्व के बारे में शिक्षित करना था। 220 छात्रों और 40 शिक्षकों सहित कुल 260 प्रतिभागियों ने सत्रों में भाग लिया। यह सत्र राष्ट्रीयता, लिंग, जातीयता या धर्म की परवाह किए बिना हर व्यक्ति के मौलिक अधिकारों पर केंद्रित थे।

चर्चाओं में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून और इन अधिकारों को बनाए रखने वाले कानूनी ढाँचे शामिल थे। व्याख्यानों में ऑपरेशन के दौरान मानवाधिकारों की सुरक्षा में भारतीय सेना की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया, नैतिक मानकों और नागरिक सुरक्षा के प्रति इसकी प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।

मानव अधिकार संरक्षण के लिए संघर्ष क्षेत्रों और सांस्कृतिक बाधाओं जैसी प्रमुख चुनौतियों को संबोधित किया गया। साथ ही मानवीय गरिमा को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करने का आह्वान किया गया। सत्र का समापन संवादात्मक चर्चाओं के साथ हुआ।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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