कोलकाता, 02 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में भाई दूज, जिसे स्थानीय भाषा में भाई फोटा कहा जाता है, के मौके पर बहनें अपने भाइयों के लिए मछली, मटन और चिकन की पसंदीदा व्यंजन बनाने को लेकर असमंजस में हैं। रविवार को मनाए जाने वाले इस शुभ अवसर पर बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक कर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं और उनके पसंदीदा भोजन का आयोजन भी करती हैं।
बंगाली संस्कृति में तिलक के बाद लंच या डिनर में मछली, मटन और चिकन का होना आवश्यक माना जाता है। लेकिन इस बार कोलकाता की खुदरा बाजारों में इन वस्तुओं की बढ़ी हुई कीमतें बहनों के लिए चिंता का कारण बन गई हैं, खासकर उन बहनों के लिए जो मध्यम वर्गीय परिवारों से आती हैं।
खुदरा बाजार में हिल्सा मछली का दाम 1800 से 2000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है, जबकि भेटकी मछली का मूल्य 600 से 650 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है। झींगा मछली भी 850 से 900 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रही है।
मटन की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। कुछ बाजारों में इसका दाम 850 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच चुका है। ब्रोइलर चिकन 200 रुपये प्रति किलोग्राम में मिल रही है, जबकि देशी चिकन का दाम 450 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है।
सब्जियों के दामों में भी अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है। साधारण ‘जोता’ आलू 30 रुपये प्रति किलोग्राम में बिक रहा है, जबकि अधिक स्वादिष्ट ‘चंद्रमुखी’ आलू 40 से 42 रुपये प्रति किलोग्राम में बिक रहा है। हरी मटर का दाम 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है, जबकि हरी मिर्च 150 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है। इसी तरह, टमाटर की कीमत पिछले सप्ताह के 80 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर इस सप्ताह 100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
बढ़ती कीमतों को देखते हुए कई बहनें, दुखी मन से ही सही, इस बार भाई फोटा के मौके पर अपने खाने के मेनू में कटौती करने के लिए मजबूर हो गई हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर