सहरसा, 3 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर मंगलवार को कोसी क्षेत्रीय विकलांग विधवा वृद्ध कल्याण समिति के तत्वाधान में दिव्यांग जनों द्वारा आक्रोश रैली निकालकर दिव्यांग जनों की समस्या समाधान हेतु जिला अधिकारी को 6 सूत्री मांग पत्र समर्पित किया गया।
समिति अध्यक्ष विनय भूषण प्रसाद ने बताया कि डीबी रोड स्थित प्रधान कार्यालय सें जुलूस निकाल कर समाहरणालय द्वार पर विशाल प्रदर्शन कर मांग पत्र सौंपा गया।उन्होंने कहा कि दिव्यांग जनों के विकास योजना जो प्रखंड अनुमंडल एवं जिला स्तर पर मृत प्राय है।दिव्यांग जनों की पेंशन मात्र ₹400 का भुगतान वर्षों से हो रहा है जबकि राज्य सरकार से पेंशन बढ़ोतरी की मांग वर्षो से की जा रही है। उन्होंने दिव्यांग जनों को कम से कम तीन हजार पेंशन स्वीकृति की मांग की गई।साथ ही सहरसा जिला में मूक बधिर एवं मानसिक दिव्यांग जनों का दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाना एक एक बड़ी जटिल समस्या है। जिसके कारण निर्धन एवं गरीब परिवार को मानसिक एवं मूक बधिर दिव्यांग शारीरिक एवं आर्थिक समस्या के कारण प्रमाण पत्र से वंचित हो रहे हैं।
उन्होंने मानसिक मुक बधिर दिव्यांगजनों का विशेष जांच शिविर आयोजन कर प्रमाण पत्र निगम निर्गत किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि दिव्यांग जनों को प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित की जाय। वही दिव्यांग जनो के परिवार के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न है।सरकार के अन्नपूर्णा योजना के तहत सभी दिव्यांग जनों को 35 किलोग्राम अनाज निशुल्क उपलब्ध कराने हेतु मांग की गई।विनय भूषण प्रसाद ने कहा कि बिहार सरकार के द्वारा गरीब हरिजन एवं आदिवासी भूमिहीन परिवार को भूमि का पर्चा दिया जाता है। जबकि इन वर्गों से भी दिव्यांगजन निम्न वर्ग में आते हैं। इसीलिए भूमिहीन दिव्यांग जनों की पहचान कर भूमि का पर्चा उपलब्ध करने हेतु भूमि सुधार उपसमाहर्ता एवं प्रखंड विकास अधिकारी को आदेश देने की मांग की। साथ ही उन्होंने कहा कि दिव्यांग जनों को अपनी शारीरिक अक्षमता के कारण परिवार के भरण पोषण में काफी कठिनाई होती है। दिव्यांग जनों को रोजगार हेतु कोई भी राष्ट्रीयकृत बैंक एवं जीविका के माध्यम से छोटे-मोटे रोजगार हेतु अधीन उपलब्ध नहीं कराया जाता है। जिस कारण दिव्यांग अपने दिव्यांगता के साथ-साथ बेरोजगारी से भी ग्रसित है। उनकी जीवन अवस्था को सुधारने हेतु समाज एवं राज्य के विकास के मुख्य धारा से जोड़ने हेतु राष्ट्रीयकृत बैंक एवं जीविका को ऋण देने हेतु निर्देश देने की मांग की।
(Udaipur Kiran) / अजय कुमार