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जयपुरिया में एचआर कॉन्क्लेव का आयोजन

जयपुरिया में एचआर कॉन्क्लेव का आयोजन

जयपुर, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने एआई के युग में एचआरएम को पुनः स्थापित करना विषय पर एचआर कॉन्क्लेव का आयोजन किया। कार्यक्रम में ज़ेबपे में एचआर प्रमुख अभिषेक गुप्ता, एचआर लीडर साहिल नायर और वेलस्पन में वरिष्ठ जीएम-एचआरबीपी मेखोला गांगुली अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम की शुरुआत में पैनलिस्टों का स्वागत ग्रीन सर्टिफिकेट देकर किया गया। डॉ. अन्वय भार्गव ने पैनल चर्चा की शुरुआत की। अभिषेक गुप्ता ने मानव संसाधन प्रथाओं में एआई के बढ़ते एकीकरण पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, एआई पहले से ही उन तरीकों से हमारी सहायता कर रहा है जिन्हें हम शायद पहचान भी न सकें। हालाँकि, एआई स्वयं स्वाभाविक रूप से स्मार्ट नहीं है-इसे सटीक अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए प्रासंगिक डेटा के साथ प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि संगठन सार्वजनिक डोमेन प्रोफाइल को स्कैन और विश्लेषण करने, भर्ती प्रक्रिया और प्रतिभा प्रबंधन को नया आकार देने के लिए एआई का लाभ उठा रहे हैं।

मेखोला गांगुली ने भर्ती में एआई के साथ अपने अनुभव पर चर्चा की। उन्होंने कहा, एचआर में, एआई व्यापक डेटा प्रदान करता है, जबकि समाधान तैयार करने के लिए मानव हस्तक्षेप महत्वपूर्ण है। हालांकि, हम इंसानों के फैसले पर भरोसा करना जारी रखते हैं, खासकर जब सांस्कृतिक फिट की बात आती है। गांगुली ने यह भी बताया कि एआई किसी संगठन की संस्कृति की नकल नहीं कर सकता, क्योंकि यह पहलू गहराई से मानव-केंद्रित है।

साहिल नायर ने एआई द्वारा प्रस्तुत संभावनाओं और चुनौतियों, विशेष रूप से लगातार सीखने और अनुकूलन करने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सलाह दी, अपने बारे में एआई डेटा फीड करते रहें-चाहे वह आपके पेशेवर हित हों या व्यक्तिगत शौक। उन्होंने एआई द्वारा प्रस्तुत नैतिक चुनौती पर भी प्रकाश डाला। नायर ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसा पूर्वाग्रह मानव निर्मित है। उन्होंने निष्कर्ष निकाला, एआई केवल वही सीखेगा जो हम उसे सिखाएंगे इसलिए, एआई सिस्टम से पूर्वाग्रह को खत्म करना हमारे साथ शुरू होता है। एचआर कॉन्क्लेव का संचालन डॉ. अन्वय भार्गव, अध्यक्ष-ओबी/एचआर ने किया। डॉ. अपर्णा मेंदीरत्ता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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(Udaipur Kiran)

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