जोधपुर, 05 सितम्बर (Udaipur Kiran) । महात्मा गांधी चिकित्सालय स्थित सरकारी नर्सिंग स्कूल के विद्यार्थी दूसरे अस्पतालों में ड्यटी पर जाने के लिए वाहन उपलब्ध करवाने और सुरक्षा की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे है। गुरुवार काे जोधपुर में चिकित्सा मंत्री के आने पर उन्हें ज्ञापन देकर अपनी मांगें बताने का कार्यक्रम प्रस्तावित था लेकिन इससे पहले उन्हें वहां जाने से रोकने के लिए हॉस्टल के गेट पर ताला लगा दिया गया। इस पर उन्होंने वहीं रोष जताते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान एक नर्सिंग स्टूडेंट की तबीयत भी बिगड़ गई।
नर्सिंग स्टूडेंट्स ने बताया कि वह महात्मा गांधी अस्पताल के अलावा उम्मेद अस्पताल एवं एमडीएम अस्पताल में भी ड्यूटी पर जाते हैं। उन्हें कई बार अलग-अलग अस्पतालों में ड्यूटी पर जाना होता है लेकिन उनके लिए वहां पर जाने की कोई व्यवस्था नहीं है। सभी को अपने स्वयं की सुरक्षा पर वहां जाना होता है। उनकी मांग है कि उनके लिए बस या एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए जिससे वह रात्रि ड्यूटी के दौरान समय पर पहुंच सके। उन्होंने बताया कि इनमें 80 प्रतिशत महिला विद्यार्थी हैं, जो कि अलग-अलग अस्पताल में सीखने के लिए आदेश अनुसार रात-दिन जाते हैं लेकिन जोधपुर में बढ़ रही दुष्कर्म की घटना और अस्पताल में घटित वारदात के पश्चात डरे सहमे हैं। कई बार रास्ते में परेशानी भी आती है। नर्सिंग स्कूल प्राचार्य ने कोई सुविधा करने से भी मना कर दिया। न ही कोई सुनवाई हो रही है। इस पर आज चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम प्रस्तावित था। जब सभी स्टूडेंट्स वहां जाने के लिए रवाना होने लगे तो हॉस्टल के गेट का ताला नहीं खोला गया। इससे उनमें रोष व्याप्त हो गया और उन्होंने वहीं पर प्रदर्शन किया। इस दौरान एक महिला नर्सिंग स्टूडेंट की तबीयत बिगड़ गई।
(Udaipur Kiran) / सतीश