Maharashtra, 13 मई (Udaipur Kiran) । निजी और सार्वजनिक अस्पतालों ने डॉक्टर विजिट या डॉक्टर प्रिविलेज शुल्क मरीजों से न वसूलने का आश्वासन दिया है। शिवसेना (यूबीटी) की कड़ी चेतावनी के बाद अस्पतालों ने अपना रुख बदला है और आश्वासन दिया है कि मरीजों से वसूली जा रही अत्यधिक निधि अब नहीं ली जाएगी।
शिवसेना (यूबीटी) के उपनेता डॉ. नितिन नांदगांवकर ने इस संबंध में सभी अस्पतालों को अनुरोध पत्र भेजा था। चेतावनी दी गई थी कि यदि मरीजों से इस तरह के शुल्क वसूले गए तो उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा। इसके बाद अस्पतालों ने आश्वासन दिया है कि वे भविष्य में इस तरह के शुल्क नहीं लेंगे. डॉक्टरों के प्रिविलेज शुल्क के कारण सामान्य मरीजों को हजारों रुपए अनावश्यक खर्च करने पड़ते थे. इससे मरीजों और उनके संबंधियों को अनावश्यक परेशानी उठानी पड़ती थी। शिवसेना ने अपील की है कि यदि कोई अस्पताल अधिक शुल्क ले रहा है तो इसकी सूचना दें, पार्टी मरीजों के साथ खड़ी रहेगी।
(Udaipur Kiran) / वी कुमार
