तिरुपति धाम में ब्रह्मोत्सव के दौरान सूर्य प्रभा की वृत्ताकार सवारी शोभा यात्रा देखकर अभिभूत हुए श्रद्धालु
हिसार, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । विभिन्न संस्कृतियों में सामंजस्य स्थापित करने वाले श्री तिरुपति बालाजी धाम में ब्रह्मोत्सव का उत्साह चरम पर है। विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु इस ब्रह्मोत्सव में हिस्सा ले रहे हैं। रात को निकाली गई घोड़ा सवारी और भव्य आतिशबाजी देखने लायक रही। जहां घोड़ा सवारी ने सभी को आकर्षित किया, वहीं आतिशबाजी देखकर सभी चकाचौंध हो गए।
आयोजन के चलते बुधवार सुबह पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना करके और मंत्रोच्चारण के साथ भगवान के विग्रह को सूर्य प्रभा की सवारी पर विराजमान किया गया। विशाल छत्र से सुशोभित और वृत्ताकार आकृति में सुसज्जित सवारी को देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो गए। भक्तों ने भगवान की इस सवारी शोभा यात्रा के रथ को हाथ से खींचकर धाम की परिक्रमा की और विधान को पूरा किया। श्री तिरुपति धाम में 18 अक्टूबर से शुरू हुए ब्रह्मोत्सव का पूरे विधि-विधान से 24 अक्टूबर को समापन किया जाएगा। इस दौरान अलग-अलग दिन सुबह व सायं श्री विष्वक्सेन जी द्वारा मार्गावलोकन, पूर्ण कोठी की सवारी, शेष वाहन की सवारी, गरुड़ जी की सवारी व हनुमान जी की सवारी शोभा यात्रा निकालकर ब्रह्मोत्सव को दिव्य स्वरूप प्रदान किया गया। भगवान जी का हिसार नगर भ्रमण एवं मोहिनी स्वरूप की सवारी ने शहरवासियों को मोहित कर दिया। इसी कड़ी में 24 अक्टूबर को अंतिम दिन प्रात: पुष्करणी स्नान, दोपहर को द्वादश अराधन और सायं पुष्पक विमान की सवारी निकालकर समस्त विधान पूरे किए जाएंगे।
खास बात यह कि सात दिवसीय ब्रह्मोत्सव में विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु शिरकत कर रहे हैं और दक्षिण भारत से पधारे अर्चकों व वाद्य यंत्र वादकों ने आध्यात्मिक माहौल बना रखा है। 24 अक्टूबर को परम पद प्राप्त अनंत विभूषित जगदगुरु त्रिदंडी जीयर स्वामी श्री देवनारायणाचार्य जी महाराज के परम कृपापात्र नवनियुक्त अभिनव उत्तराधिकारी अनंत श्री विभूषित सर्वश्री स्वामी श्री नारायणाचार्य जी महाराज के सान्निध्य में ब्रह्मोत्सव संपन्न किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर