अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष गौरव अवार्ड-2024 से भी हुए सम्मानित
हिसार, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में इंटरनेशनल एस्ट्रो कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्रीलंका के शिक्षा मंत्री वेलुसामी राधाकृष्णन व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री शीसिरा जयाकूड़ी ने शिरकत की। इस इंटरनेशनल कांफ्रेंस में हिसार से अंतरराष्ट्रीय ज्योतिषाचार्य डॉ. बलजीत शास्त्री ने वैदिक ज्योतिष की कैटेगरी में प्रतिनिधित्व करते हुए भाग लिया।
डॉ. बलजीत शास्त्री ने बुधवार को श्रीलंका में रामायण से जुड़े प्रसंगों व स्थानों की रिसर्च करते हुए शोध पत्र तैयार किए जिसमें प्रमुख स्थान अशोक वाटिका, रावणमहल व रावण किला, हनुमान गोडा, गायत्री पीठ, हनुमान जी के पद चिन्ह, हनुमान जी का नाग पाश बंधन स्थान, मां सीता अग्नि परीक्षा स्थल के साथ-साथ रावण कुंभकरण द्वारा किए गए तपस्या स्थान और रावण द्वारा पाप निवारण के लिए शिवलिंग प्राण प्रतिष्ठा मंदिर शामिल रहे। अपनी शोध के माध्यम से शास्त्री को बहुत सी नई जानकारियां मिली।
कांफ्रेंस में डॉ. बलजीत शास्त्री ने अपने शोध पत्रों का वाचन भी किया। शास्त्री ने अपने संबोधन में कहा कि पेड़-पौधों के संरक्षण व उनकी सेवा करके हम जीवन में बहुत से लक्ष्य पा सकते हैं। ग्रहों के अनिष्ट से भी बच सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में अपने वैदिक ज्योतिष पर संबोधन और उनके द्वारा श्रीलंका की पूर्ण यात्रा करते हुए रिसर्च की।
उनके शोध पत्रों के आधार पर निर्णायक मंडल द्वारा उन्हें गोल्ड मेडल व अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष गौरव सम्मान-2024 से सम्मानित किया गया। इस सम्मेलन में कई देशों के विद्वानों ने भाग लिया। डॉ. बलजीत शास्त्री को अंतर्राष्ट्रीय गोल्ड मेडल व अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष गौरव सम्मान 2024 मिलने पर श्रीलंका के मंत्रियों के साथ-साथ हिसार सेक्टर-21पी मेला ग्राउंड निवासियों भारत की कई संस्थाओं द्वारा शुभकामना देेते उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर / SANJEEV SHARMA