मनु भाकर के खेल रत्न अवॉर्ड से जुड़े विवाद को लेकर सजग की प्रतिक्रिया
मांग कर मिला सम्मान, सम्मान नहीं होता
हिसार, 25 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सामाजिक संस्था सजग ने निशानेबाज़ मनु भाकर और मेजर
ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से जुड़े विवाद पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए मौजूदा आवेदन
प्रणाली को ही समाप्त करने की मांग की है। सजग के प्रदेश अध्यक्ष सत्य पाल अग्रवाल
ने बुधवार को कहा कि मान सम्मान मांगने का विषय नहीं है, मांग कर मिला हुआ मान सम्मान
वास्तव में मान सम्मान नहीं है। मान सम्मान पात्र को उसकी योग्यता के आधार पर स्वतः
प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि अवार्ड के लिए मौजूदा आवेदन की प्रणाली को समाप्त
कर सरकार अपने स्तर पर प्रत्येक क्षेत्र व सभी प्रकार के अवार्ड लायक पात्रों के चयन
करने की व्यव्स्था स्थापित करें।
सत्यपाल अग्रवाल ने कहा कि देश में एक मुख्य सम्मान समिति बनाई जाए जो हर क्षेत्र
के अवार्ड के लिए मापदंड निर्धारित करें। उसके पश्चात पूरे देश में क्षेत्रीय समितियां
बनाई जाएं जो अपने-अपने क्षेत्र में अलग-अलग प्रकार से उपलब्धि प्राप्त लोगों के गोपनीय
तरीके से तथ्यों को एकत्रित पूरी जांच पड़ताल के पश्चात निष्पक्ष चयन करें और उसे मुख्य
समिति को सिफारिश करें। मुख्य समिति पूरी तरह विचार विमर्श कर अवार्ड पाने वाले नामों
की घोषणा करे। बिना पूर्व सूचना अचानक अवार्ड मिलने की घोषणा से मिलने वाला मान सम्मान
एक वास्तविक मान सम्मान होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से अवार्ड देने पर बार
बार हो रहे विवादों से छुटकारा मिलेगा और अवार्ड प्राप्त करने वालों को वास्तविक खुशी
प्राप्त होगी।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर