Haryana

हिसार : खेल व शिक्षा दोनों ही जीवन के महत्वपूर्ण पहलू : नरसी राम बिश्नोई

एथलीट मीट का शुभारंभ करते मुख्यातिथि प्रो. नरसीराम बिश्नोई, विशिष्ट अतिथी आईपीएस डॉ. राजेश मोहन व कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर
एथलीट मीट के शुभारंभ के अवसर पर खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते मुख्यातिथि प्रो. नरसीराम बिश्नोई, विशिष्ट अतिथी आईपीएस डॉ. राजेश मोहन व कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर

गुजवि में तीन दिवसीय 24वीं वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता शुरू

हिसार, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि खेल व शिक्षा दोनों जीवन के महत्वपूर्ण पहलू हैं। शिक्षा जहां हमें ज्ञान देती है, वहीं खेल हमें समर्पण व मेहनत सिखाते हैं। खेल व शिक्षा दोनों मिलकर मनुष्य के व्यक्तित्व को महान बनाते हैं।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई गुरुवार को विश्वविद्यालय की 24वीं वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे। विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप खेल स्टेडियम में आरंभ हुई इस प्रतियोगिता में कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे जबकि एएसपी डॉ. राजेश कुमार मोहन व विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि रहे। अध्यक्षता डीन स्पोर्ट्स प्रो. मनीष कुमार ने की। इस प्रतियोगिता में यूटीडी तथा विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की टीमें भाग ले रही हैं।

कुलपति ने कहा कि जीत और हार तो जीवन के हिस्से हैं, दोनों ही हालातों में आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि गुजविप्रौवि शिक्षा के साथ-साथ खेलों तथा अन्य गतिविधियों में भी अपने विद्यार्थियों को श्रेष्ठ करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने युवाओं से कहा कि खेल प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि खुद को बेहतर बनाने का जरिया भी हैं। खेल का असली आनंद परिणाम में नहीं बल्कि प्रयास में हैं।

विशिष्ट अतिथि आईपीएस डा. राजेश मोहन ने कहा कि खेल केवल एक शारीरिक गतिविधि नहीं है, बल्कि जीवन जीने की एक कला भी है। मैदान पर जीत हो या हार, हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। खेल से आपकी शारीरिक योग्यता ही टैस्ट नहीं होती हैं, बल्कि दूसरों को प्रेरणा भी मिलती है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे बड़े सपने लें और उन सपनों को पूरा करने में लग जाएं। जिंदगी भी एक रेस है। इसे एक उद्देष्य से जीएं। अपने प्रतिस्पर्धी का भी सम्मान करें। सफलता अवष्य मिलेगी। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि खेल हमारे जीवन से नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर, सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। साथ ही खेलों से जीवन में साहस तथा आत्मविश्वास जैसे गुणों का समावेश भी होता है।

डीन स्पोर्ट्स प्रो. मनीष कुमार ने अपने स्वागत संबोधन में खेल आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। धन्यवाद संबोधन खेल निदेशक डॉ. शशि लूथरा ने दिया। उद्घाटन सत्र में यूटीडी तथा विभिन्न महाविद्यालयों से आए खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया। कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने खेल आयोजन के विधिवत आरंभ होने औपचारिक घोषणा की।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

Most Popular

To Top