
हिसार, 26 मई (Udaipur Kiran) । भाजपा के केंद्र व प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर रानी
अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जन्मोत्सव पर गांव बाडोपट्टी में संगोष्ठी का आयोजन
किया गया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष
रतन सैनी उपस्थित रहे।
सोमवार को हुई संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता रतन सैनी
ने बताया कि देवी आहिल्या बाई होल्कर का जन्म 1725 में पाल गडरिया समाज में हुआ था।
मालवा के शासक मल्हार राव होल्कर ने देवी आहिल्या बाई का विवाह अपने पुत्र खंडेराव
से करवा दिया। मात्र 21 वर्ष की आयु में वो विधवा हो गई और 35 वर्ष की आयु में उन्होंने
अपने बेटे को भी खो दिया।
वर्ष 1767 में उन्होंने राज्य की बागडोर संभाली और 28 वर्ष तक इंदौर पर शासन
किया और राज्य को समृद्धि की ओर अग्रसर किया।
वो भगवान शिव की साधक थी। उन्होंने होल्कर साम्राज्य की समस्त संपत्तियों पर तुलसी
जल रख कर उसे भगवान शिव को अर्पित किया।
उन्होंने सोमनाथ, विश्वनाथ, बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम का जीर्णोद्धार कराया।
उन्होंने कहा कि स्वाभिमान और प्रजा के प्रति सेवा के लिए महारानी अहिल्याबाई होल्कर
को पुण्यश्लोक की उपाधि प्राप्त हुई थी। उन्होंने बताया कि देश में तीन हजार मंदिरों
का निर्माण-पुनरोद्धार, महिलाओं के उत्थान और सुशासन के लिए अहिल्याबाई के महिला सशक्तीकरण
संघर्षों की जीवन गाथा समाज के लिए अनुकरणीय है।
इस अवसर पर प्रदेश सह मीडिया प्रभारी संदीप आजाद, ओबीसी मोर्चा के जिला महामंत्री
डॉ. देशराज वर्मा, सूबेदार तिलक राज, अशोक जांगड़ा, निहाल सिंह गुरी, वजीर गिल, सरपंच
पवन कुमार शास्त्री, पूर्व सरपंच बिशन दास, बुगाना के सरपंच मनोहर वर्मा, सोनू वर्मा,
कृष्ण दास, रमेश वर्मा, रामप्रताप गुरी, ओमप्रकाश, मोमन, अमृत, ईश्वर, सतीश, रणबीर,
आशीष जांगड़ा, आत्मप्रकाश, कृष्ण मास्टर, रामचंद्र, राजबाला, रामकली, धनपति, सरोज, उषा,
किरण, चंद्रमुखी, बाला व विमला सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
