Haryana

हिसार: लापता युवती की दादी ने मां-बाप पर लगाए प्रताड़ित करने के आरोप

अपनी पोती की प्रताड़ना की पूरी जानकारी देेते हर्षिता की दादी।

दादी के अनुसार मां व बाप करते थे हर्षिता की पिटाई, स्कूल छुड़वाकर काम पर

लगा दिया

बीच बचाव करने पर दादी को भी किया तंग, घर छोड़ने को हुई मजबूर

पुलिस ने तलाश की तेज, रखा दो लाख का इनाम

हिसार, 14 फरवरी (Udaipur Kiran) । आजाद नगर की गीता कॉलोनी से सितंबर माह में लापता

हुई 16 वर्षीय युवती हर्षिता मामले में नया मोड़ आ गया है।

युवती के दादी उषा देवी ने कैमरे

पर आकर युवती के मां-बाप पर उसे प्रताड़ित करने व मारपीट करने का आरोप जड़ा है। उसका

यह भी आरोप है कि आंदोलन के नाम पर उसके मां-बाप पैसों के लिए ऐसा कर रहे हैं। उधर,

जिला पुलिस ने सितंबर से लापता युवती की तलाश तेज कर दी है और युवती की तलाश या तलाश

में मदद करने पर दो लाख के इनाम की घोषणा की है।

लापता हर्षिता की दादी उषा देवी ने शुक्रवार को मीडिया के सामने आकर उसके मां-बाप की

पूरी पोल खोल दी। उसने बताया कि वास्तव में हर्षिता की सगी मां नहीं है। उसके बेटे

सुनील के साथ जो आंदोलन व धरने, प्रदर्शन कर रही है, वह हर्षिता की सौतेली मां है।

सौतेली मां लगातार हर्षिता को प्रताड़ित करती थी, मारपीट करती थी और उसे पूरा खाना

नहीं देती थी। दादी के अनुसार हर्षिता को थायराइड की दिक्कत थी, जिस कारण उसे भूख अधिक

लगती थी लेकिन उसकी मां व बाप उसको समय पर खाना नहीं देते थे। जब उसकी सौतेली मां मारपीट

करती तो उसका बेटा भी उसका साथ देता और हर्षिता से मारपीट करता।

उसकी दादी ने बताया

कि शुरू में वह हर्षिता को बचाने का प्रयास करती थी, बीच में पड़कर छुड़वाती थी जिससे

उसका बेटा सुुनील व उसकी दूसरी पत्नी उसे भी तंग करने लगे। इतना तंग किया कि उसे भी

घर छोड़ना पड़ा। उसने बताया कि मां-बाप की प्रताड़ना से दुखी हर्षिता कुछ दिन उसके

पास रही और नियमित रूप से स्कूल जाती थी लेकिन एक दिन उसके मां-बाप ने उसे बहला-फुसलाकर

उसे अपने पास बुला लिया। हर्षिता ने बताया कि दादी वह अपने मां-बाप के पास जारही है। उसे मना किया लेकिन वह नहीं मानी।

हर्षिता की दादी उषा देवी ने बताया कि हर्षिता पढ़ने में होशियार थी लेकिन उसके मां-बाप

ने उसकी पढ़ाई छुड़वा दी और काम पर लगा दिया। बुजुर्ग महिला के अनुसार उसने किसी तरह

जुगाड़ करके हर्षिता की पढ़ाई शुरू करवाई थी। दादी के अनुसार एक दिन स्कूल से प्रिंसिपल

का संदेश आया कि उसे स्कूल बुलाया है।

मैने कहा कि स्कूल की प्रिसिंपल अब उसे क्यों

बुला रही है, अब तो हर्षिता मां-बाप के साथ रहती है, उन्हें क्यों नहीं बुलाया। महिला

के अनुसार जब वह स्कूल पहुंची तो देखा कि हर्षिता के चेहरे पर नाखून लगने जैसे निशान

थे, जाहिर है, उसे घर में मारा-पीटा गया था। उसके बाद उसकी पोती अचानक गायब हो गई।

पुलिस ने रखा दो लाख का इनाम

उधर, पुलिस ने चार माह से लापता हर्षिता की तलाश तेज कर दी है। पिछले दिनों

मुख्यमंत्री के निर्देशों पर पुलिस अधीक्षक ने डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन

किया था। अब पुलिस ने युवती की तलाश करने वालों या उसकी मदद करने वालों को दो लाख का

इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जिला पुलिस हर्षिता की तलाश

में लगी है और विभिन्न जानकारी जुटा रही है ताकि उसको जल्द तलाशा जा सके।

डीएसपी व एसडीओ ने समझाने का किया प्रयास

इससे पहले सुरेवाला चौक पर दो दिनों से रूके हर्षिता के माता, पिता व छोटे

भाई शुक्रवार सुबह जैसे ही नरवाना के लिए रवाना होने लगे तो पुलिस प्रशासन ने उनको

जाने से रोक दिया। पुलिस लगभग दो घंटे के बाद उपमंडल अधिकारी डॉ. राजेंद्र तथा पुलिस

उपाधीक्षक सुमित कुमार पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुंचे तथा उनको समझाया कि पैदल

यात्रा करने से कोई सड़क हादसा हो सकता है, कोई हादसा ना हो इसलिए आप किसी वाहन में

चले जाएं। इस पर उन्होंने कहा कि चार महीने से जब वह हिसार बैठे थे तो किसी ने सुध

नहीं ली, आज उनकी जिंदगी की परवाह प्रशासन क्यों करने लगा। उन्होंने कहा कि हमने तो

आरोपियों के नाम तक लिखवाए हुए हैं लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में प्रशासन

पर आज हम कैसे भरोसा कर लें।

पुलिस कर रही अपना काम : डीएसपी

पुलिस उपाधीक्षक सुमित कुमार ने कहा पुलिस अपना काम कर रही है। सभी प्रकार

की सुरक्षा रखना प्रशासन का दायित्व है। अगर यहां चौक पर बैठ जाएंगे तो पुलिस का काम

और बढ़ जाएगा और लड़की की तलाश में देरी भी होगी। पैदल जाने में प्रशासन को कोई दिक्कत

नहीं लेकिन दुर्घटना न हो इसलिए इनको रोका गया है। बच्चों को साथ लेकर के पैदल सफर

करना खतरों से खाली नहीं है।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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