
दीक्षा व प्रज्ञा अपने गुल्लक के पैसों से निशुल्क नेत्र ऑपरेशन में करेंगी
सहयोग, दिव्यांग केंद्र में 25 व 26 मई को लगेगा शिविर
हिसार, 20 मई (Udaipur Kiran) । किसी भी परिवार व समाज को सशक्त, सुदृढ़ व एकजुट रखने
में संस्कार व सेवा भाव की विशेष भूमिका रहती है। परिवार की प्रेरणा व सेवा भाव के
चलते दो नन्ही बेटियां दीक्षा व प्रज्ञा अपने गुल्लक के पैसों से निशुल्क नेत्र ऑपरेशन
शिविर में सहयोग कर रही हैं।
दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में 25 व 26 मई को लगने वाले
निशुल्क नेत्र जांच शिविर व आंखों के सफेद मोतियाबिंद के निशुल्क नेत्र ऑपरेशन शिविर
में ये दोनों बच्चियां विशेष भूमिका निभाएंगी। दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के अध्यक्ष सुरेंद्र कुच्छल, सचिव एडवोकेट राजेश
जैन व प्रोजेक्ट हेड रामनिवास अग्रवाल ने मंगलवार काे बताया कि गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार
की प्रेरणा से स्वर्गीय चांदतारी देवी जी की 25वीं पुण्यतिथि पर उनकी पड़पौत्रियों
दीक्षा व प्रज्ञा का निशुल्क नेत्र जांच व निशुल्क नेत्र ऑपरेशन शिविर में विशेष योगदान
रहेगा। ये दोनों बेटियां इकट्ठी की गई अपनी जेबखर्ची के पैसों का योगदान इस शिविर के
लिए देंगी।
उन्होंने बताया कि इन बच्चियों के पिता प्रेम नगर निवासी नवीन कुमार चनोटिया
व दादा गोविंद चनोटिया के सेवा भावी संस्कार प्रभावी साबित हो रहे हैं। उन्होंने बताया
कि अधिकतर लोगों की उम्र बढऩे के साथ नेत्र ज्योति क्षीण हो जाती है। जांच से पता चलता
है कि उन्हें आंखों के सफेद मोतियाबिंद की शिकायत है।
बहुत से बुजुर्ग अपने स्तर पर
सफेद मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं करवा सकते। ऐसे बुजुर्गों के लिए रचनात्मक सोच रखने
वाले समाजसेवी निशुल्क नेत्र जांच व आंखों के फ्री ऑपरेशन करवाने में विशेष सहयोग देते
हैं। उन्होंने कहा कि इस शिविर के लिए निशुल्क पंजीकरण जारी है। किसी भी कार्यदिवस
में दिव्यांग केंद्र में रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि दिव्यांग
पुनर्वास केंद्र में नेत्र जांच, नेत्र चिकित्सा व नेत्र ऑपरेशन की तमाम आधुनिक सुविधाएं
उपलब्ध हैं और अनुभवी व प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा ही समस्त कार्य किए जाते हैं।
दिव्यांग केंद्र में नेत्र चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ दंत चिकित्सा, फिजियोथेरेपी
एवं सामान्य रोग जांच की सुविधा भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि यहां पर लाला देवी
चंद ग्रोवर कृत्रिम अंग निर्माणशाला भी स्थापित की गई है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
