Haryana

हिसार: राष्ट्र निर्माण में अग्रणी योगदान दे रहा गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय : प्रो. नरसी राम बिश्नोई

इंडक्शन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता राजयोगी सूरज भाई को सम्मानित करते कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई।

सदव्यवहार को जीवन में अपनाएं व मीठी वाणी बोलें विद्यार्थी : सूरज भाई

हिसार, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि यह विश्वविद्यालय उत्तर भारत का एक प्रगतिशील विश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य उच्च स्तरीय शिक्षा देना, गुणवत्तापरक शोध व नवाचार को बढ़ावा देना तथा राष्ट्र विकास के लिए उपयोगी कौशलयुक्त युवा तैयार करना है।

प्रो. नरसी राम बिश्नोई बुधवार को इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी संकाय के सौजन्य से विश्वविद्यालय के बीटेक कोर्सिज के नवआगंतुक विद्यार्थियों के लिए स्टूडेंटस इंडक्शन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर माउंट आबू से ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, माउंट आबू से राजयोगी सूरज भाई तथा बीके गीता दीदी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने नवआगंतुक विद्यार्थियों को बताया कि हिसार हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश का एक ऐतिहासिक शहर है। कृषि, शिक्षा, चिकित्सा तथा खेलों के क्षेत्र में इस शहर की विशेष पहचान है। गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के नाम पर स्थापित यह विश्वविद्यालय गुरु जी के सिद्धांतों पर चलते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना अग्रणी योगदान दे रहा है। दा टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड रैंकिंग 2024 में यंग यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 351-400 बैंड में स्थान रखने वाले इस विश्वविद्यालय में नियमित माध्यम से 88 दूरस्थ शिक्षा माध्यम से 22 तथा ऑनलाइन शिक्षा माध्यम से 32 कोर्सों का संचालन किया जा रहा है। 29 विभागों वाले इस विश्वविद्यालय में उच्च स्तरीय प्रयोगशालाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध हैं। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में इस विश्वविद्यालय का योगदान देश में अग्रणी है। इस विश्वविद्यालय में बहुत अधिक आवश्यकता पड़ने पर भी पेड़ों को काटा नहीं जाता, बल्कि उन्हें विशेष विधि से किसी अन्य स्थान पर प्रत्यारोपित कर दिया जाता है।

मुख्य वक्ता राजयोगी सूरज भाई ने नवआगंतुक विद्यार्थियों से कहा कि वे सदव्यवहार को अपने जीवन में अपनाएं तथा हमेशा मीठी वाणी बोलें। सदव्यवहार तथा मीठी वाणी उन्हें समाज में प्रतिष्ठित स्थान देंगे। साथ ही उनमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होगा। मुख्य वक्ता बीके गीता दीदी ने कहा कि विद्यार्थी जीवन जिंदगी का सबसे सुनहरा जीवन है। इसको हमें सकारात्मक दिशा में ले जाना चाहिए। हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का भंडार है। मेडिटेशन से इसे और अधिक जागृत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच से बड़े से बड़े लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए कहा। देव कंप्यूटर स्कूल हिसार के देवेन कालड़ा ने अपने विशेषज्ञ व्याख्यान में बताया कि वर्तमान पीढ़ी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कैसे उपयोगी है। उन्होंने कंप्यूटर कौशल के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से जानकारी दी। संकाय के अधिष्ठाता प्रो. संदीप आर्य ने स्वागत सम्बोधन किया।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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