हिसार, 23 नवंबर (Udaipur Kiran) । वल्र्ड क्लाइमेट चेंज फाउंडेशन के ब्रांड एंबेसडर स्वामी सहजानंद सरस्वती ने सिंगल यूज प्लास्टिक के धड़ल्ले से हो रहे इस्तेमाल पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के संज्ञान लेकर केंद्र, हरियाणा तथा पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने को कहा है, यह स्वागत योग्य कदम है।
स्वामी सहजानंद नाथ ने शनिवार को कहा कि प्रदूषण पर राजनीति अपनी जगह है, यह विषय तो राष्ट्रीय है और केंद्र सरकार को कार्रवाई राष्ट्रीय स्तर पर करनी होगी। उन्होंने कहा कि समय ही मांग है कि पर्यावरण के नुकसान को कम करने के लिए सभी बड़ी-छोटी कम्पनियों को अपने उत्पाद में प्लास्टिक की जगह कम्पोजिट पैकेजिंग का इस्तेमाल करें। कम्पनियां स्वेच्छा से यह कार्य नहीं करती हैं तो सरकारों को उन पर सख्ती करनी चाहिए। इसके लिए कम्पनियों पर भारी जुर्माने के साथ उनका लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई होनी चाहिए।
स्वामी सहजानंद ने कहा कि प्लास्टिक इस्तेमाल के खिलाफ लड़ाई सिर्फ पर्यावरण के लिए धर्मयुद्ध नहीं है, बल्कि हमारे ग्रह के स्वास्थ्य और भविष्य के लिए एक लड़ाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकारें 10 ग्राम से लेकर 10 किलोग्राम वस्तु की बिक्री के साथ दिए गए रहे प्लास्टिक के लिफाफों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाएं। इनके स्थान पर मजबूत कागज के बने च्टेट्रा पैकज् का इस्तेमाल किया जाए। सरकारों की उदासीनता से वातावरण में प्रदूषण कभी कम होगा, इसकी उम्मीद रखना बेमानी होगा।
स्वामी सहजानंद ने बताया कि केंद्र सरकार ने 1 जुलाई, 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया था। इस प्रतिबंध के तहत, सिंगल यूज प्लास्टिक के निर्माण, आयात, भंडारण, वितरण, बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगाई थी। इस प्रतिबंध का मकसद था कि सिंगल यूज प्लास्टिक के कचरे से होने वाले प्रदूषण को कम किया जाए। सरकार के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल थमा नहीं है। कोर्ट के संज्ञान लेने के साथ सरकार भी आमजन को सिंगल यूज प्लास्टिक के खतरों के बारे में जागरूक करे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर