Haryana

हिसार : पूर्व सैनिक ने डीएसपी अशोक कुमार सहित कई पुलिस कर्मचारियों का नाम लिखकर किया सुसाइड

मृतक फौजी राजकुमार का फाइल फोटो।
धरने पर बैठे परिजन।

पुलिस कर्मियों पर प्रताड़ित करने का आरोप, पूर्व सैनिक राजकुमार फौजी ने किया सुसाइड, धरने पर बैठे परिजन

हिसार, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सीआइपीएफ की नौकरी से सेवानिवृत के बाद उपायुक्त कार्यालय में डी ग्रुप में कार्यरत जांडली निवासी राजकुमार फौजी ने सुसाइड कर लिया। इससे पहले फौजी ने कंपलेंट रजिस्टर में सुसाइड नोट लिखा, जिसमें डीएसपी सहित कई पुलिस कर्मचारियों को जिम्मेवार ठहराया गया है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर डीएसपी सहित अन्य आरोपितों पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

राजकुमार फौजी मूलरूप से गांव जांडली गांव का रहने वाला था। अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाला राजकुमार पिछले कई वर्षों से हिसार के 1-4 सेक्टर में रहते थे और फिलहाल उपायुक्त कार्यालय में डी ग्रुप में कार्यरत थे। परिजनों का आरोप है कि पुलिस से तंग आकर दो दिन पहले फौजी राजकुमार ने सुसाइड कर लिया है। भूतपूर्व फौजी राजकुमार सीआरपीएफ से रिटायर्ड होने के बाद डी ग्रुप से डीसी आफिस में कार्यरत था। परिजनों का आरोप है कि तत्कालीन डीएसपी अशोक कुमार व अन्य पुलिस कर्मियों की प्रताडना की वज़ह से राजकुमार फौजी ने सुसाइड किया है। घटना के समय राजकुमार फौजी उपायुक्त कार्यालय में में ऑन ड्यूटी था। उसने सुसाइड नोट कम्पलेंट रजिस्टर में लिखा।

परिजनों ने शुक्रवार को बताया कि राजकुमार फौजी को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में लाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसका शव अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी में रखा है। परिवार वालों ने कहा है कि जब तक सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, हम दाह-संस्कार नहीं करेंगे। परिवार वालों ने कहा डीएपी अशोक कुमार पर इतने गम्भीर आरोप होने के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। गुस्साए परिजन अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के बाहर बैठ गए है।

मृतक राजकुमार फौजी के बेटे पंकज व उसके साले रोशन लाल ने बताया कि डीएसपी अशोक कुमार ने अपने पद का दुरुपयोग किया। निजी तौर पर राजकुमार फौजी को बुरी तरीके से टॉर्चर किया। राजकुमार फौजी को डीएसपी अशोक कुमार ने कई झूठे केसों में फंसाया था और उक्त डीएसपी बार—बार उसे प्रताड़ित करता था। राजकुमार फौजी के बेटे पंकज व उसके साले रोशन लाल ने बताया कि सुसाइड नोट में डीएसपी अशोक कुमार के अलावा एसएचओ जगदीश सिंह, एएसआई ऊषा, एएसआई फूल कुमार आदि ने राजकुमार फौजी को मरने पर मजबूर कर दिया। परिजनों के साथ अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के बाद धरने पर रोशन लाल, पंकज, दलबीर सिंह, अनिल राठी, सरदानंद राजली, दिवान सिंह, महेंद्र सिंह, ओमप्रकाश, राज सिंह, अनिल कुमार, सुनील, हंसराज, सोहनलाल, कृष्ण, अजय, रुपसिंह, सतीश सैनी, रामचंद्र व गुड़िया आदि मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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