Haryana

हिसार : संविधान निर्माण व समाज उत्थान में आंबेडकर का अविस्मरणीय योगदान : प्रो. बीआर कम्बोज

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि प्रो. बीआर कम्बोज।
कार्यक्रम में उपस्थित श्रोतागण।

एचएयू में हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान के तहत संविधान सभा में डॉ. आंबेडकर की भूमिका व प्रभाव विषय पर कार्यक्रम आयोजितहिसार, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि भारतीय समाज के उत्थान में डॉ. भीमराव आंबेडकर का अविस्मरणीय योगदान रहा है। उन्होंने जीवनपर्यंत असमानता, अशिक्षा जैसी बुराइयों को मिटाकर सभी जाति व धर्म के लोगों को एक सूत्र में पिरोकर देश को संगठित किया व समरसता स्थापित की।प्रो. बीआर कम्बोज गुरुवार को मौलिक विज्ञान व मानविकी महाविद्यालय के सभागार में भारतीय संविधान के 75 वर्ष होने पर हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान के तहत संविधान सभा में डॉ. अंबेडकर की भूमिका व प्रभाव विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डॉ. भीम राव आंबेडकर ने संविधान सभा व भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सविधान सभा की ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर भी कार्य किया। वह एक महान नेता, व समाज सुधारक थे जिन्होंने भारतीय समाज में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समानता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका दृष्टिकोण और विचारधारा मानववादी रही। डॉ. आंबेडकर ने शिक्षा, पर्यावरण, कानून और अर्थशास्त्र सहित विभिन्न विषयों पर भी समाज को नई दिशा देने के लिए कार्य किया। उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान को ड्राफ्ट करने में दिए विशेष योगदान के लिए भी हम उन्हें याद करते हैं। भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने पर सरकार द्वारा आगामी एक वर्ष तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें जिनमें विद्यार्थियों व आम नागरिकों को संविधान से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध करवाई जाएगी।मुख्य वक्ता एवं डॉ. बीआर आंबेडकर अध्ययन केंद्र, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया कि हम संविधान और डॉ. आंबेडकर को अलग-अलग करके नहीं देख सकते। उन्होंने बताया कि देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व संविधान निर्माता डॉ. भीम राव आंबेडकर के बारे में सबसे ज्यादा शोध हुआ है। उन्होंने डॉ. आंबेडकर के जनकल्याणकारी कार्यों और उनके योगदान के बारे में बताया कि विशाल व्यक्तित्व के धनी डॉ. आंबेडकर ने देश की प्रगति और उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है व उनके बारे में अधिक जानने के लिए 25 व 26 नंवम्बर 1949 को उनके द्वारा दिए गए भाषणों को व संविधान सभा की डिबेट पढनी चाहिए क्योंकि इससे डॉ. आंबेडकर की सविधान के निर्माण में भूमिका के बारे विस्तृत जानकारी मिलती है। मुख्य वक्ता डॉ. प्रीतम सिंह ने डॉ आंबेडकर के योगदान के बारे में दो पुस्तकें भी लिखी है। कार्यक्रम में कैंपस स्कूल की छात्रा योगिता व दिव्यांशी, राजकीय उच्च विद्यालय की छात्रा कुमकुम ने संविधान के बारे में अपनी प्रस्तुतियां दी। कुलसचिव एवं कार्यक्रम के आयोजक डॉ. पवन कुमार ने सभी का स्वागत किया व कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मौलिक विज्ञान व मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. राजेश गेरा ने धन्यवाद किया। मंच संचालन छात्रा भाग्यश्री ने किया। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी, शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी, विद्यार्थी मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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