
कोलकाता, 12 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में जारी हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शनिवार को कोलकाता में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिले के संवेदनशील इलाकों में कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू करना चाहिए, लेकिन उनकी सरकार ने चुप्पी साध रखी है जबकि शमशेरगंज, सूती और जंगीपुर जैसे इलाकों में हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं।
मजूमदार ने दावा किया कि यदि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होती, तो इस तरह की तोड़फोड़ और गुंडागर्दी को पांच मिनट में कुचल दिया जाता। उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान दस पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और बीडीओ कार्यालय को भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दिया है। उनके अनुसार, राज्य सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण समय पर जरूरी कदम नहीं उठाए गए।
उन्होंने यह भी आशंका जताई कि ये हिंसक प्रदर्शन जानबूझ कर कराए जा रहे हैं ताकि शिक्षकों की नौकरी रद्द किए जाने के मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाया जा सके। मजूमदार ने कहा, हिंदू हमेशा से शांति और बहुलतावाद में विश्वास रखते हैं, लेकिन अगर उन्हें मुर्शिदाबाद जैसे मुस्लिम-बहुल इलाकों से निकालने की कोशिश की गई, तो वे अपनी अस्मिता और सम्मान की रक्षा के लिए खड़े हो जाएंगे।
वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, कुछ लोगों में यह धारणा है कि इस कानून के तहत अल्पसंख्यक धर्मस्थलों पर कब्जा किया जाएगा, जबकि यह पूरी तरह गलत और भ्रामक है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस तरह की नीति में विश्वास नहीं रखती।
मजूमदार ने मुसलमान समुदाय के लोगों से अपील की कि वे तृणमूल कांग्रेस से जुड़े प्रभावशाली नेताओं से सतर्क रहें, जो वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ये अमीर लोग आपको इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि आप गरीबी और अशिक्षा से जूझ रहे हैं।
इस बीच तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, कुछ स्वार्थी तत्व लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। यह बंगाल की शांति और सद्भाव की परंपरा को तोड़ने की साजिश है। उन्होंने सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की।
शनिवार को मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज प्रखंड के धुलियन इलाके में फिर से हिंसा भड़क गई, जिसमें एक व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गया। इससे पहले शुक्रवार को वक्फ अधिनियम के विरोध में सूती और शमशेरगंज इलाकों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। इसके बाद हालात को नियंत्रित करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की तैनाती की गई। मुर्शिदाबाद जिला बांग्लादेश सीमा से सटा हुआ है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
