Haryana

पलवल: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विराेध में सड़क पर उतरे हिंदू संगठन 

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन करते हिंदू संगठन के लोग
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन करते
जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए
अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल के क्षेत्रीय अध्यक्ष  मुनीष भाद्ववाज सम्बोधित करते हुए

पलवल, 8 दिसंबर (Udaipur Kiran) । बंग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के विरोध में रविवार को समानता एकता मंच के बैनर तले कई हिंदू संगठन सड़क पर उतरे और नारेबाजी कर विरोध जताया। संगठन के लोगों ने जिला सचिवालय परिसर में भी प्रदर्शन किया। बांग्लादेश की अत्याचारी सरकार के बुद्धि-शुद्धि के लिए आर्य समाज के आचार्यों द्वारा हवन-पूजन किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला उपायुक्त को सौंपा।

जिला उपायुक्त ड़ॉ हरिश कुमार वशिष्ट को दिए ज्ञापन में समानता एकता मंच के लोगों ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को तत्काल बंद किया जाएं। ये हिंदू समाज के लोग स्वीकार नहीं करेंगे। हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख एवं अन्य अल्पसंख्यक परिवारों को उनके व्यवसाय और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की जाए। बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथियों के द्वारा हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यकों पर बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया जा रहा है। ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संयुक्त राष्ट्र संघ, संयुक्त राष्ट्र संघ मुख्यालय, न्यूयॉर्क, अमेरिका, मानव अधिकार समिति, राज्यपाल हरियाणा, मुख्यमंत्री हरियाणा व बांग्लादेश दूतावास से मांग की गई है कि भारत सरकार इस मामले को प्राथमिकता से उठाए और बांग्लादेश सरकार के साथ कूटनीति चर्चा कर हिंदू सहित सभी अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करें। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग और महासचिव इस विषय पर तत्काल हस्तक्षेप करें।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने वालों में प्राचीन पंचवटी हनुमान मंदिर के महंत 1008 कामता दास महाराज व हरि बोल आश्रम के महंत ज्ञान महाराज ने कहा कि भारत देश के पड़ोसी देश बांग्लादेश में 5 अगस्त 2024 को लोकतांत्रिक तरीके से कुछ माह पहले चुनी हुई शेख हसीना सरकार पर उस देश के कुछ असामाजिक तत्वों, कट्टर पंथियों द्वारा अलोक तांत्रिक तरीके से कब्जा कर लिया गया और प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपना ही देश छोड़ना पड़ा, अन्य देशों में शरण लेने के लिए भटकना पड़ा। आरक्षण के नाम पर शुरू हुआ आंदोलन कट्टर पंथियों के हाथों में चला गया। धर्म के नाम पर देंगे भड़काए गए। वहां का अल्पसंख्यक समुदाय जैन, बौद्ध, सिक्ख, ईसाई व हिंदू सभी आज भी असुरक्षित और डर के साय में है।

सामाजिक संगठन राष्ट्रीय बजरंग दल के क्षेत्रीय महामंत्री मुनीष भारद्वाज व 52 पालो के अध्यक्ष अरुण जेलदार ने कहा कि वहां हो रहे दंगों में विशेष कर हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। इन हमलों से न केवल उनकी धार्मिक स्वतंत्रता और मौलिक अधिकार खतरे में है। बल्कि यह एक गहरी मानवीय त्रासदी बन गई है। कार्यकारी सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रही है। प्रदेश उपाध्यक्ष गुरूदत्त गर्ग ने संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने मानवीय आधार पर दखल देकर अपनी सेना को बांग्लादेश में उतारकर पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश को आजाद कराने का काम किया था। बांग्लादेशी हिंदुओं के सम्मान में जिले के विभिन्न हिंदू संगठन अंतरराष्ट्रिय बजरंगदल, बजरंग दल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय मजदूर संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत संस्कार भारती, सनातन धर्म संस्था, सेवा भारती दुर्गा वाहिनी, अधिवक्ता परिषद, विद्या भारती, भाजपा सहित बड़ी संख्या में संगठनों के लोगों ने रैली में शामिल होकर विरोध प्रदर्शन किया।

(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग

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