
जबलपुर, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । संस्कारधानी की ऐतिहासिक शक्तिपीठ मां धूमावती राजराजेश्वरी माता पर समुदाय विशेष के युवक द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने से लोगों में आक्रोश फैल गया। हिंदू संगठनों द्वारा कोतवाली के पास सराफा चौक पर धरना प्रदर्शन किया गया। हिंदू संगठनों की मांग है कि आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि देवी-देवताओं के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और सोशल मीडिया पोस्ट की जांच की जा रही है। हिंदू संगठन के विकास खरे द्वारा बताया गया की समुदाय विशेष से ताल्लुक रखने वाले युवक आशिम अंसारी द्वारा बूढ़ी खेरमाई माता को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने से शहर में आक्रोश फैल गया है। इस घटना के विरोध में हिंदूवादी संगठनों ने सराफा इलाके में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हिंदू संगठनों की मांग है कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले युवक को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
हिंदू संगठनों के विरोध के बाद प्रशासन तुरंत सक्रिय हुआ एवं धरना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। वही नारायणी सेना के संयोजक सीताराम सेन के अनुसार यह मामला केवल भावनाओं का नहीं बल्कि समूचे हिन्दू समाज की आस्था का प्रश्न है। जब तक आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मुस्लिम युवक की गिरफ्तारी नहीं होती,तब तक यह धरना जारी रहेगा। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो कल मां बूढ़ी खेरमाई के जवारे विसर्जित नहीं किए जाएंगे।
उल्लेखनीय की राजराजेश्वरी धूमावती शक्तिपीठ का शहर में विशेष स्थान है जो बूढी खेरमाई के नाम से प्रसिद्ध है। इनका जवारा जुलूस ऐतिहासिक रूप से निकलता है। इस जवारे जुलूस को छोटा दशहरा भी लोग कहते हैं। पूरे शहर की आस्था का प्रतीक यह जवारे कल निकलना है। यदि प्रशासन समय रहते कार्यवाही नहीं करता है तो जवारे निकलने में समस्या आ सकती है और शहर में तनाव फैल सकता है। बूढी मां के इस अपमान की खबर शहर में आग की तरह फैल गई है।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
