नई दिल्ली, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । देश के जाने-माने लेखक सोशल आंत्रप्रेन्योर एवं ”ब्रिटिश लिंग्वा” के प्रबंध निदेशक (एमडी) डॉक्टर बीरबल झा ने कहा कि हिंदी दिल की बात करती है, तो अंग्रेजी रोजगार की। उन्होंने कहा कि जहां हिंदी देश की आत्मा में बसती है, वहीं अंग्रेजी आर्थिक समृद्धि के लिए करोड़ों लोगों के दिमाग में रहती है। झा ने कहा कि अगर हम अंग्रेजी, हिंदी और मातृभषा की साधना कर लें, तो हमें दौलत, इज्जत और शोहरत इन तीनों की ही प्राप्ति हो सकती है।
डॉक्टर बीरबल झा ने हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में राजधानी नई दिल्ली के लक्ष्मीनगर स्थित ‘ब्रिटिश लिंग्वा’ के सेमिनार हॉल में रविवार को आयोजित परिचर्चा एवं सम्मान समारोह में यह बात कही। सभा को संबोधित करते हुए डॉ. झा ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि जहां हिंदी दो दिलों को जोड़ने वाली भाषा है, वहीं अंग्रेजी आर्थिक और व्यावसायिक जगत में सफलता पाने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करती है। भारतीय शिक्षा प्रणाली की त्री-भाषा पद्धति पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आज के इस ग्लोबल वर्ल्ड में हमें हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं को साथ लेकर चलने की जरूरत है। यह संतुलन हमें दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में मदद करेगा।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों को डॉक्टर बीरबल झा ने सम्मानित किया। झा ने हिंदी भाषा साहित्य के लिए डॉ. अजय अनुराग को भारतेन्दु साहित्य सम्मान से नवाजा। इसके साथ ही हिंदी के पत्रकार उमानाथ सिंह को अटल बिहारी वाजपेयी सम्मान, साहित्यसृजन एवं अनुवाद कार्य से जुड़े प्रमोद कुमार झा को माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता सम्मान, आशीष झा कोइलखिया को हिंदी सह अंग्रेजी भाषा सम्मान, विश्वनाथ झा को प्रेमचंद सम्मान, ब्रजेन्द्र नाथ सिंह को रामवृक्ष बेनीपुरी पत्रिकारिता सम्मान और डिजिटल दुनिया के स्टार्टअप को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने वाले पत्रकार सुधीर झा को हिंदी पत्रकारिता भूषण सम्मान से नवाजा।
इसके अलावा बीरबल झा ने सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट कमलेश मिश्र को न्यायमूर्ति एच एल कानिया सम्मान प्रदान किया। वहीं वर्षों से पर्यावरण की सुरक्षा एवं पौधारोपण अभियान में विशेष योगदान देने वाले पटना के डॉ प्रशांत सिन्हा को पर्यावरण संरक्षण सम्मान से इस अवसर पर नवाजा। गौरतलब है कि समाज के शोषितों और वंचितों को अंग्रेजी भाषा सहज सिखाकर इंग्लिश मिडियम स्कूलों से पढ़कर निकले पेशेवरों के समकक्ष खड़ा करने वाले डॉ. बीरबल झा के संस्थान ब्रिटिशलिंग्वा में हिंदी दिवस समारोह हर वर्ष धूमधाम से मनाते हैं।
(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर