शिमला, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसूनस मंगलवार को समाप्त हो गया। इसके बाद विधासनभा अध्यक्ष ने विधानसभा अनशिचितकाल के लिए स्थगित कर दी है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि यह सत्र 27 अगस्त से आरम्भ हुआ था तथा 10 सितम्बर तक चला। इस सत्र में कुल 11 बैठकों का अयोजन किया गया जिसकी कार्यवाही लगभग 53 घण्टे तक चली। इस तरह सत्र की उत्पादकता 96 प्रतिशत रही। इस सत्र के दौरान कुल 480 तारांकित तथा 299 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए।
उन्होने कहा कि सदन की बैठकें 9 सितम्बर तक निर्धारित थीं लेकिन सदन की सहमति से बैठक एक दिन के लिए और बढ़ाई गई। सत्र के पहले दिन पूर्व विधायक स्वर्गीय दौलत राम चौधरी, पूर्व विधायक नारायण सिंह स्वामी तथा पूर्व विधायक टेक चन्द के प्रति शोकोदगार प्रकट कर समूचे सदन द्वारा श्रद्वांजली अर्पित की गई। इसके अतिरिक्त अभी हाल में आपदा के दौरान जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है उन्हे भी सदन द्वारा श्रद्वाजंली अर्पित की गई।
पठानिया ने कहा कि सत्र में नियम 62 के अन्तर्गत 14 विषयों तथा नियम 63 के अन्तर्गत एक विषय पर विस्तृत चर्चा की गई। सत्र में दो दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित थे जिस पर सदस्यों ने नियम 101 के अन्तर्गत 8 गैर –सरकारी संकल्प प्रस्तुत किए। इनमें से 3 संकल्पों पर सदस्यों ने बहुमुल्य सुझाव दिए तथा मंत्रियों द्वारा उत्तर दिए गए। उत्तर के मद्देनजर संकल्प वापिस भी हुए। नियम -102 के अन्तर्गत दो सरकारी संकल्प पारित हुए। नियम- 130 के अन्तर्गत 5 विषय चर्चा हेतु निर्धारित थे जिस पर माननीय सदस्यों ने सार्थक चर्चा की।
इसके अतिरिक्त मानसून सत्र के दाैरान 25 सरकारी विधेयकों को सभा में पुर: स्थापित एंव चर्चा उपरान्त पारित किया गया। नियम – 324 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख के माध्यम से 12 विषय सभा में उठाए गए तथा सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में सदस्यों को वस्तुस्थिति से अवगत करवाया गया। सभा की समितियों ने 45 प्रतिवेदन सभा में उपस्थापित किए ।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा इस कलेण्डर वर्ष में 23 बैठकें पूरी कर चुकी है। हिमाचल विधानसभा में एक कलेण्डर वर्ष में 35 बैठकें करने की परपंरा है।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला