धर्मशाला, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रदेश के निजी अस्पतालों में हिम केयर योजना को बंद किए जाने पर पूर्व विधान सभा अध्यक्ष एवं सुलह से भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि सुक्खू सरकार प्रदेश व जनविरोधी सरकार साबित हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कुप्रबंधन के चलते निजी अस्पतालों में हिम केयर योजना बंद की है। सुक्खू सरकार ने जनहित के खिलाफ एक और तुगलकी फरमान जारी किया है, जिससे अस्पताल में इलाज करवाने वाले मरीजों पर दोहरी मार पड़ी है।
मंगलवार को जारी एक प्रेस बयान में विपिन सिंह परमार ने कहा कि भाजपा के अच्छे कामों पर तालाबंदी कर सुक्खू सरकार जनता के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। साल 2019 में भाजपा ने अपने कार्यकाल के दौरान में हिमाचल में आयुष्मान भारत योजना से छूट गए लोगों को कैशलेस इलाज देने के लिए हिमकेयर योजना को शुरू किया था जिस से प्रदेश के लाखों लोगों को लाभ मिल रहा था। जिसे कांग्रेस सरकार ने अब बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा यह निर्णय प्रदेश की जनता के साथ क्रूर मजाक है, जिसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है। सरकारी अस्पतालों का बुरा हाल है जहां डायलिसिस जैसी सुविधा के लिए मरीजों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में पहले जो मरीज सरकारी अस्पताल को छोड़ प्राइवेट अस्पताल का रुख करता था, अब कांग्रेस सरकार ने उस पर भी कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा सकने की सुविधा जनता के लिए वरदान बनी थी। मगर हिमाचल में जनता का सहारा बनी हिमकेयर योजना पर सुक्खू सरकार ने कुल्हाड़ी मार कर इसे खत्म कर दिया है, जिससे अब रोगियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ गया है।
विपिन सिंह परमार ने कहा कि हिमाचल व हिमाचल के बाहर 141 निजी स्वास्थ्य संस्थानों में हिम केयर कार्ड चलता था। सरकारी अस्पतालों व निजी अस्पतालों की संख्या 292 है, जहां ये हिम केयर कार्ड की सुविधा मिलती आ रही थी। मगर अपने आर्थिक कुप्रबंधन के चलते कांग्रेस ने भाजपा की एक और जनहित योजना की बलि ली है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया / उज्जवल शर्मा