चंडीगढ़, 30 मई (Udaipur Kiran) । शिक्षा विभाग के दफ्तरों में अब हर तरह का पत्राचार हिंदी भाषा में किया जाएगा। इसके लिए शिक्षा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। शिक्षा मंत्री विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश जारी किए हैं कि वह इस संबंध में दफ्तरी आदेश जारी करके मुख्यालय तथा जिला स्तर के अधिकारियों को सूचित करें और हिंदी भाषा को तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए।
हरियाणा हिंदी भाषी राज्य होने के बावजूद सरकारी दफ्तरों में हर तरह के पत्र अंग्रेजी भाषा में ही लिखे जाते हैं। मंत्रियों तथा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिवों को भेजे जाने वाले दस्तावेजों पर नोटिंग भी अंग्रेजी में ही चलाई जाती है। अब शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने इस परंपरा को तोडऩे का फैसला किया है। उच्चतर शिक्षा मंत्री द्वारा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि उच्चतर शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में सभी प्रकार की मिसल व पत्र अक्सर अंग्रेजी भाषा में ही चल रहे हैं। ढांडा के अनुसार जिस राज्य की जो भाषा होती है, उस राज्य में उसी भाषा को प्राथमिकता दी जाती है। हरियाणा की मुख्य भाषा हिंदी है। जिसके चलते उच्चतर शिक्षा विभाग से संबंधित सभी पत्र, विशेषकर जो पत्र उनके समक्ष पेश किए जाते हैं वह हिंदी भाषा में होने चाहिए। इस फैसले को लागू करवाने के लिए शिक्षा मंत्री ने उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को कहा है कि वह जल्द से जल्द संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी करें।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
