जम्मू, 30 मार्च (Udaipur Kiran) । शोपियां, जो अपने मीठे और रंगीन सेबों के लिए जाना जाता है अब खेती के नए तरीकों की ओर बढ़ रहा है। यहां के किसान पारंपरिक बागवानी छोड़कर हाई-डेंसिटी सेब की खेती को अपनाने लगे हैं जिससे सेब उद्योग में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है।
किसानों का मानना है कि हाई-डेंसिटी सेब के पेड़ पारंपरिक बागों की तुलना में अधिक फायदेमंद हैं। पारंपरिक सेब के पेड़ों को अधिक जगह, समय और श्रम की आवश्यकता होती है, जबकि हाई-डेंसिटी खेती कम जगह में अधिक उत्पादन देती है और ज्यादा लाभदायक साबित हो रही है।
स्थानीय बागवानों के अनुसार, इटली से आयातित हाई-डेंसिटी सेब की किस्में कम मेहनत में जल्दी फल देना शुरू कर देती हैं। साथ ही, इन सेबों की बाजार में लगातार अच्छी मांग बनी रहती है, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा होता है।
इस नई तकनीक को अपनाने से शोपियां का कृषि परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। जैसे-जैसे अधिक किसान आधुनिक तकनीकों को अपना रहे हैं, यह जिला देश के प्रमुख सेब उत्पादक क्षेत्रों में अपनी मजबूत पकड़ बना रहा है।
(Udaipur Kiran) / अश्वनी गुप्ता
