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विवादित टिप्पणी को लेकर तृणमूल विधायक लवली मैत्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर हाई कोर्ट ने दी मामला दर्ज करने की अनुमति

हाई कोर्ट ने दी मामला दर्ज करने की अनुमति

कोलकाता, 04 सितंबर (Udaipur Kiran) । तृणमूल विधायक लवली मैत्रा के खिलाफ उनकी ‘बदला’ टिप्पणी को लेकर मामला दर्ज करने की अनुमति कलकत्ता हाई कोर्ट ने दे दी है। हाल ही में लवली मैत्रा की एक टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया था, जिसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए एक याचिकाकर्ता ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। बुधवार को अदालत ने लवली के खिलाफ मामला दर्ज करने की अनुमति दी। यह मामला न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज की पीठ के समक्ष सुना जाएगा।

इस घटना की शुरुआत सोमवार को हुई थी। आर.जी. कर कांड के विरोध में सोनारपुर में एक धरना-प्रदर्शन के दौरान तृणमूल विधायक लवली ने ‘बदला लेने’ की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था, बदलाव तो 2011 में हुआ था। 2024 में बदला होगा। उन्होंने यह भी कहा, अगर कोई ममता बनर्जी की ओर उंगली उठाएगा, तो हम जानते हैं कि उस उंगली को कैसे नीचे किया जाए।

माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती और सायन बनर्जी का नाम लेकर लवली ने यह भी दावा किया कि ‘बदला’ न लेने की वजह से वे अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। इसके बाद सायन ने सोनारपुर थाने में लवली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। लवली की टिप्पणी के विरोध में अन्य विपक्षी दल भी सक्रिय हो गए। बाद में धमकी का आरोप लगाते हुए लवली के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट में कार्रवाई की मांग की गई। बुधवार को उस याचिका की सुनवाई हुई, जिसमें हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता को मामला दर्ज करने की अनुमति दी। अगले शुक्रवार को न्यायमूर्ति भारद्वाज की पीठ में इस मामले की सुनवाई हो सकती है।

हालांकि, तृणमूल सूत्रों के अनुसार, तृणमूल ने लवली की इस टिप्पणी का शुरू से ही समर्थन नहीं किया। बल्कि, तृणमूल के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें इस टिप्पणी के लिए सचेत किया और सोनारपुर दक्षिण की विधायक को इस तरह की टिप्पणी करने से बचने के लिए कहा। लेकिन इस चेतावनी के बावजूद विवाद खत्म नहीं हुआ। विपक्षी दलों का कहना है कि हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘फुस’ टिप्पणी के कारण ही सत्तारूढ़ दल के नेता-नेत्री इस तरह की बातें कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि आर.जी. कर कांड की पृष्ठभूमि में पार्टी के कई नेता-कार्यकर्ताओं की ‘गैर-जिम्मेदाराना’ टिप्पणियों के कारण राज्य के सत्तारूढ़ दल को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में उत्तर 24 परगना के अशोकनगर के तृणमूल नेता अतिश सरकार ने ‘मां-बहनों की तस्वीरें विकृत करके टांगने’ की धमकी दी थी, जिससे विवाद खड़ा हुआ था। इससे पहले, मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग के बारे में तृणमूल के विधायकों के बयानों में भी धमकी भरे सुर सुनाई दे रहे थे। इस बीच, लवली की इस टिप्पणी ने विवाद को और बढ़ा दिया है।

28 अगस्त को छात्र परिषद के समागम में ममता ने कहा था, जो आपको रोज काट रहा है, उसे काटिए मत। लेकिन फुस तो कर सकते हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि यह टिप्पणी तृणमूल के विभिन्न स्तरों के नेता-कार्यकर्ताओं को भड़काऊ बयान देने के लिए उकसा रही है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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