–कहा, सीनियर वकील कपिल सिब्बल राजनीतिक दलों के निहित स्वार्थ में ला रहे हैं महाभियोग
प्रयागराज, 13 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता, न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के खिलाफ महाभियोग की प्रस्तावित कार्यवाही की तीव्र निंदा करते हुए हाईकोर्ट बार एसोसिएशन से एकजुटता दिखाने का आग्रह किया है। क्रिमिनल लॉ प्रैक्टिशनर एसोसिएशन ने कहा है कि वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल व अन्य राजनीतिक दल के कुछ नेताओं के द्वारा निहित स्वार्थ में न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के विरुद्ध महाअभियोग प्रस्तावित किया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष आईके चतुर्वेदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को भोजनावकाश में हुई बैठक में कहा गया कि मीडिया ने लाइब्रेरी हाल में विश्व हिंदू परिषद विधि प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के भाषण को तोड़ मरोड़ कर अनर्गल रूप से प्रकाशित किया है। जबकि न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप अपनी संविधान में निहित अभिव्यक्ति दी है। उनकी अभिव्यक्ति के दौरान कठमुल्ला शब्द पर राजनीतिक दलों द्वारा गलत तरीके से प्रस्तुति की जा रही है। क्योंकि उक्त शब्द किसी व्यक्तिगत समुदाय के लिए संदर्भित नहीं किया जा सकता जैसा कि गूगल में उक्त शब्द का अभिप्राय धर्मांध, कट्टरवादी, नकली गुरु व अल्प ज्ञानी मौलवी है।
वक्ताओं ने कहा कि न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ईमानदार, निष्पक्ष व न्यायिक अवधारणा के अनुरूप पूर्ण समर्पित न्यायाधीश के रूप में जाने जाते हैं। इसलिए अपमानजनक टिप्पणियों से बार के सभी सदस्य अपने को अपमानित महसूस करते हुए क्षुब्ध हैं। अतः गहन विचार विमर्श के बाद यह आमसभा निंदा प्रस्ताव पारित करती है और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन से अनुरोध करती है कि उक्त संदर्भ में उच्च न्यायालय की गरिमा को बरकरार रखने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लेने का कष्ट करे।
बैठक का संचालन एसोसिएशन के महासचिव सुशील शुक्ल ने किया। बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता वीपी श्रीवास्तव, बृजेश सहाय व मनीष तिवारी, राजकुमार गौतम, सुधीर दीक्षित, एके ओझा, आशुतोष तिवारी, रमेश पांडेय अधिवक्ता अरुण कुमार शुक्ल, पुलक गांगुली, ओंकार मलिक, मानवेंद्र मिश्र, पीयूष दुबे, रविन्द्र शर्मा, सौमित्र त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / रामानंद पांडे