– उनका बयान तोड़ मरोड़कर पेश करने वालों की निंदा
प्रयागराज, 16 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने विहिप की लीगल सेल के कार्यक्रम में न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के भाषण को तोड़ मरोड़कर सोशल मीडिया में फैलाने की निंदा की है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई आपात बैठक में प्रस्ताव पास कर कहा गया कि न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने एक व्याख्यान दिया था जिसे कुछ लोगों ने तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया पर पेश किया।
उक्त व्याख्यान को इस तरीके से पेश करने वाले सभी लोगों की हाई कोर्ट बार एसोसिएशन घोर निंदा करता है। यह भी कहा गया कि पुरानी परम्परा के अनुसार किसी अधिवक्ता द्वारा हाई कोर्ट बार के लाइब्रेरी हाल में सेमिनार आयोजित करने के लिए लिखित पत्र दिया जाता है, तो उसपर लाइब्रेरी हाल उन्हें सेमिनार करने को बार द्वारा दिया जाता है। गत आठ दिसम्बर को उक्त हाल विश्व हिन्दू परिषद के लीगल सेल को दिया गया था। न्यू पदाधिकारी कक्ष में हुई बैठक का संचालन संयुक्त सचिव प्रशासन सुमित श्रीवास्तव ने किया।
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश खरे, उपाध्यक्ष अग्निहोत्री कुमार त्रिपाठी, अखिलेश कुमार मिश्र, सुभाष चंद्र यादव, नीरज त्रिपाठी व नीलम शुक्ला, संयुक्त सचिव अभिजीत पांडेय, पुनीत शुक्ल व आंचल ओझा, कोषाध्यक्ष रणविजय सिंह, गवर्निंग काउंसिल सदस्य उदिशा त्रिपाठी, मनीषा सिंह, किरन सिंह, अवधेश मिश्र, अभिषेक तिवारी, सच्चिदानंद यादव, दिनेश यादव, राजेश शुक्ल, सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव एवं ब्रजेश सिंह सेंगर उपस्थित रहे।
दिग्भ्रमित ताकतें न्यायपालिका और न्यायाधीशों की स्वतंत्रता को भी कुत्सित राजनीति का शिकार बनाना चाहती हैंः अमरेंद्र नाथ सिंहयूपी बार काउंसिल एवं हाई कोर्ट बार के पूर्व अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि कुछ दिग्भ्रमित ताकतें न्यायपालिका और न्यायाधीशों की स्वतंत्रता को भी कुत्सित राजनीति का शिकार बनाना चाहती हैं। न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव द्वारा अधिवक्ताओं के कार्यक्रम में व्यक्त किए गए विचारों को निहित राजनीतिक स्वार्थ में तोड़-मरोड़कर प्रचारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश विगत 40 वर्षों से आतंकवाद से पीड़ित रहा और अब सरकार ने उस पर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से आतंकवाद व उसके समर्थकों पर अंकुश ही नहीं लगाया है, बल्कि उसका सफाया करने का भी काम किया है और यही मंतव्य न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव द्वारा दिया गया।
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(Udaipur Kiran) / रामानंद पांडे