
जयपुर, 7 मार्च (Udaipur Kiran) । हेरिटेज निगम ने लगातार चौथी बार बिना बोर्ड बैठक के सालाना बजट सरकार को भेज दिया है। साल 2025-26 नगर निगम हेरिटेज द्वारा शहर के विकास और मूल कार्यों पर 1439 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया है। इसे सरकार की स्वीकृति मिलने के बाद लागू किया जाएगा। हालांकि बिना बोर्ड बैठक के बजट अनुमोदन को लेकर पार्षदों ने विरोध शुरू कर दिया है।
हेरिटेज निगम की कार्यवहक मेयर कुसुम यादव ने कहा कि इस साल विधानसभा सत्र की वजह से इस बार बजट बोर्ड बैठक का आयोजन नहीं हो सका। हर साल फरवरी में ही बजट तैयार कर सरकार तक भेजना होता है। ऐसे में इस बार नगर निगम हेरिटेज में लगभग 1439 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया है। इसे नगर निगम के कमिश्नर ने सरकार को अनुमोदन के लिए भेज दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नगर निगम हेरिटेज द्वारा बोर्ड बैठक का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर इसके प्रस्ताव तैयार किए जा रहे है। जैसे ही विधानसभा सत्र खत्म होगा। 15 मार्च के आसपास मार्च में नगर निगम हेरिटेज की बोर्ड बैठक आयोजित की जाएगी।
बीजेपी पार्षद रेखा राठौड़ ने कहा कि बिना पार्षदों के चर्चा किए ही सरकार को बजट भेजना पूरी तरह से गलत है। वार्ड में सीवरेज से सड़क तक क्या – क्या समस्या है। उनके समाधान के लिए कितना बजट चाहिए। यह तो क्षेत्रीय पार्षद को ही पता होता है। इसलिए बजट को लेकर सभी पार्षदों से चर्चा की जानी चाहिए थी। लेकिन पूर्व मेयर मुनेश गुर्जर की तरह कार्यवाहक मेयर कुसुम यादव ने भी बिना पार्षदों से चर्चा किए बजट सरकार को भेज दिया है। जो पूरी तरह गलत है। मैं और अन्य पार्षद इस मुद्दे पर प्रदेश अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष तक भी अपनी बात पहुंचाएंगे।
नियमों के मुताबिक एक साल में छह बोर्ड की बैठक होना जरूरी
अब एक बार फिर नगर निगम हेरिटेज ने साल 2025 – 2026 का 1400 करोड़ का रुपए का बजट सीधा राज्य सरकार को भेज दिया है। जबकि नियमों के मुताबिक एक साल में छह बोर्ड की बैठक होना जरूरी है। ऐसे में नियमों के तहत अब तक 20 बैठक का आयोजन होना चाहिए था। लेकिन तीन साल में 20 की जगह सिर्फ 3 साधारण सभा की बैठक ही आयोजित हुई। ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि मार्च के तीसरे सप्ताह में नगर निगम हेरिटेज की तीसरी बोर्ड बैठक आयोजित हो सकती है।
बता दें कि नगर निगम हेरिटेज के बोर्ड गठन के बाद सिर्फ एक बार फरवरी 2021 में पहली बार नगर निगम हेरिटेज की साधारण सभा हुई। इसमें साल 2021 – 2022 का 784 करोड़ रुपए का बजट पारित हुआ था। इसके बाद से मेयर मुनेश गुर्जर ने कोविड और विधानसभा – लोकसभा सत्र का हवाला देकर एक भी बार भी बोर्ड बैठक नहीं बुलाई। साल 2022 – 2023 में 879 करोड़ रुपए का बजट, साल 2023 – 2024 में 1082 करोड़ रुपए और साल 2024 – 25 में 1130 करोड़ रुपए का बजट सरकार को भेजा गया था।
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(Udaipur Kiran) / राजेश
