RAJASTHAN

हेरिटेज निगम स्वच्छता एप से ऑनलाइन काटेगा चालान

नगर निगम

जयपुर, 8 जनवरी (Udaipur Kiran) । हेरिटेज नगर निगम के दायरे में आने वाले वार्ड में कचरा फैलाया तो ऑनलाइन चालान भरना होगा। इसके तहत कोई खुले में थूकता, नहाता या पेशाब करता दिखा तो जुर्माना देना पड़ेगा। वहीं पालतू जानवरों के पेशाब, शौच करने और सार्वजनिक स्थान पर गोबर डालने पर 200 से 5000 हजार रुपये तक जुर्माना भरना पड़ सकता है। हेरिटेज नगर निगम कमिश्नर अरुण हसीजा ने बताया कि चालान और गंदगी फैलाने से जुड़ी जानकारी हैरिटेज निगम की ऐप पर दी गई है। जल्द ही कार्रवाई और चालान भेजने शुरू किए जाएंगे।

निगम कमिश्नर हसीजा ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में जयपुर को नंबर वन बनाने के लिए नगर निगम हर संभव प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में अब हेरिटेज निगम क्षेत्र की कॉलोनी में स्वीपर आईडेंटिफाई किए जाएंगे। कमर्शियल एरिया में डबल शिफ्ट में सफाई की जाएगी। नाले, पार्क और स्कूल साफ रहे इसकी अलग से मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके साथ ही कहीं पर भी ओपन कचरा डिपो नजर न आए, रेड स्पॉट और येलो स्पॉट ना मिले। इसको लेकर जोन स्तर पर अभियान के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हेरिटेज क्षेत्र में आईईसी एक्टिविटी के जरिए काफी बार समझाइश की जा चुकी है। लेकिन, इसके बाद भी काफी लोग शहर को गंदा कर रहे हैं। जिनके खिलाफ अब सख्ती करते हुए ज्यादा से ज्यादा चालान किए जाएंगे। इसके लिए नगर निगम के सभी चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर को एक एप्लीकेशन दी गई है। इसके जरिए वो शहर को गंदा करने वाले लोगों के चालान कर सकेंगे। उन्हें कार्रवाई और चालान करने की पावर दे दी गई है।

किस गलती का कितना चालान, सब ऐप बताएगी

हसीजा ने बताया कि खुले में थूकने से लेकर किस गलती का कितना चालान करना है, ये सारी जानकारी मोबाइल ऐप में रहेगी। इसके साथ ही नगर निगम के सभी के सेनेटरी इंस्पेक्टर को चालान काटने का एक टारगेट भी दिया जाएगा। ऐसे में जहां पर भी अनियमितता और गंदगी देखने को मिलेगी। वहां ज्यादा से ज्यादा लोगों के चालान काटे जाएंगे। स्वच्छता सर्वेक्षण वैज्ञानिक तरीके से आयोजित किया जाता है। जिसमें हर गतिविधि के लिए कुछ अंक निर्धारित हैं। हर एक गतिविधि की जानकारी चीफ सैनिटरी इंस्पेक्टर लेवल तक देनी जरूरी है। लास्ट एंड पर जो फील्ड में काम करते हैं, वो सफाई कर्मचारी इन्हीं के अधीन होते हैं। उनसे डायरेक्ट कम्युनिकेशन बनाने के लिए जोन वाइज मीटिंग ले उन्हें ट्रेनिंग दे रहे हैं। ताकि वो अपने काम को उस अनुसार और बेहतर कर सके। बता दें कि नगर निगम हेरिटेज के अंतर्गत जयपुर की 4 विधानसभा के 100 वार्ड आते हैं। इसमें सिविल लाइंस, हवा महल, आमेर और आदर्श नगर विधानसभा है।

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(Udaipur Kiran) / राजेश

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