
रांची, 21 मई (Udaipur Kiran) । आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने कहा है कि आईएएस विनय कुमार चौबे और उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह की गिरफ्तारी, हेमंत सोरेन व पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के मुख्य मंत्री रघुवर दास के भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाली नीतियों को उजागर करती है।
उन्होंने बुधवार को कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड के कई विभागों में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हैं, और डाक्टर प्रदीप कुमार, पूजा सिंघल, छवि रंजन जैसे अन्य आईएएस अधिकारियों की गिरफ्तारी इसकी गंभीरता को दर्शाती है।
वर्ष 2022 की उत्पाद नीति के तहत नकली होलोग्राम और अवैध शराब उत्पादन से राज्य को 38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। सात प्लेसमेंट एजेंसियों को मनमाने ढंग से ठेके दिए गए। मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सरकार की चुप्पी सवाल उठाती है तो पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की भूमिका भी संदेहास्पद लगती है।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
