बोकारो,14 नवम्बर (Udaipur Kiran) । जनपद के चंदनकियारी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने की पत्नी कल्पना सोरेने ने एनडीए गठबंधन पर जमकर बरसीं। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की अबुआ सरकार आदिवासी, मूलवासियों को सशक्त व सबल बनाने के लिए प्रतिबद्व है। उन्होंने जनता से अपील किया कि अबुआ सरकार की इस मुहिम में चंदनकियारी से महागठबंधन के प्रत्याशी उमाकांत रजक को तीर—धनुष छाप पर बटन दबाकर भारी मतों से जिताकर झारखंड को अब्वल राज्य बनाने में सहभागी बनें।
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ बड़े—बड़े धन कुबेर हैं,ये गरीबों की नहीं सुनते परंतु अमीरों की लोन माफ करते हैं। वह चंदनकियारी चंडीपुर मैदान में महगठबंधन के झामुमो प्रत्याशी उमाकांत रजक के पक्ष में आयोजित महती चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने राज्य के महागठबंधन सरकार की उपलब्धियों को बारिकी से रखा और पिछले डबल इंजन के सरकार की कामों से तुलना की। उन्होंने कहा कि दिशोम गुरू शिबु सोरेन अलग राज्य के लिए लंबी लड़ाई लड़े और जेल यातनाएं सही और उस लड़ाई में आपके प्रत्याशी उमाकांत रजक जेल गए हैं। आज जब हेमंत सोरेन राज्य की आदिवासी मूलवासियों की हित की रक्षा में ऐतिहासिक निर्णय ले रहे हैं तो विपक्षियों को चूभ रही है। जिस झारखंड में 18 से 20 साल तक एनडीए ने राज्य किया,तब न यहां की आधी आबादी, किसान, मजदूर,गरीब, दलित, पिछड़ों,आदिवासियों, मूलवासियों के हित में सोची अब जब जनता ने राज्य से डबल इंजन की सरकार को हटाया तो हितैषी बनने की घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मणीपुर जल रहा है वहां आदिवासी बहन बेटियों को निर्वस्त्र करके घुमाया जा रहा है। गुजरात में जब आदिवासियों की जमीन छिनता है,छत्तीसगढ़ में जंगलों को काटकर व्यापारियों को बेचा जा रहा है तब भाजपा चूप रहती है।
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन निडरता के साथ केन्द्र से बकाया एक लाख छत्तीस हजार करोड़ के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। ये रकम झारखंडियों के हक है। आजतक भाजपा के किसी नेताओं ने झारखंडियों के इस हक के लिए आवाज उठाने का हिम्मत नहीं किया। यह रकम मिलने से राज्य को संब्बल बनाने का काम होगा। आपकी अबुआ सरकार मात्र ढ़ाई साल में विकास की आधारभूत संरचना को खड़ा करने के साथ—साथ सर्वजन को सशक्त बनाने के लिए सर्वजन पेंशन,अबुआ आवास,हरा राशन कार्ड,सावित्री बाई फुले किशोरी सम़द्वि योजना,सीएम एक्सीलेंस स्कूल आदि धरातल में लाने का काम किया। साथ ही बहन बेटियों को समाज के मुख्य धारा के साथ—साथ प्रथम पंक्ति में लाने के लिए मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना लागु करने का काम किया। जिसमें अभी एक हजार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दिसम्बर से हर लाभुक के खाते में ढ़ाई हजार खटाखट मिलने लगेगा।
इसके पूर्व महागठबंधन के प्रत्याशी उमाकांत रजक ने कहा कि 2024 की लड़ाई चंदनकियारी की मान सम्मान,स्वभिमान की लड़ाई है,आपसी भाईचारा की रक्षा के लिए है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों चंदनकियारी के महाल में सीएम की सभा में उमड़ी जनसैलाब देख दस साल से प्रतिनिधित्व करने वालों की आपा खो बैठी है। भीड़ को बंग्लादेशी घुसपैठी की संज्ञा दी गई यह उनकी हताशा है। उस अपमान का जबाब जनता 20 नवम्बर को देगी। कहा कि ये सामाजिक सौहार्द को तोड़ने का काम कर रहे हैं। जनता एकजूट है इनके झांसा में नहीं आएगें।
पूर्व विधायक स्वर्गीय समरेश सिंह की पुत्रवधू श्वेता सिंह ने कहा कि मैं चंदनकियारी की बहू और बेटी हूं, ससूर ने चंदनकियारी को सींचा है। जनता से निवेदन है कि उमाकांत रजक को तीर धनुष छाप पर बटन दबाकर विजयी बनावें। वचन देती हूं कि ससूर का सपना ये साकार करेंगे।
(Udaipur Kiran) / अनिल कुमार