जयपुर, 3 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान में भारी बारिश का अलर्ट जारी है। मंगलवार को उदयपुर और आसपास के इलाकों में सुबह से तेज बारिश का दौर जारी रहा। इस कारण शहर में कई जगह पानी भर गया। तेज बारिश के कारण पिछोला झील पूरी भर गई है। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है कि किसी भी समय स्वरूपसागर के गेट खोले जा सकते हैं। वहीं, उदयसागर के गेट चार फीट तक खोले गए हैं। जिले के पानेर में एक महिला की भी बिजली गिरने से मौत हो गई।
इससे पहले सोमवार को बांसवाड़ा, श्रीगंगानगर, चूरू, डूंगरपुर, अलवर समेत कई जिलों में तीन इंच तक बरसात हुई। जयपुर में भी कई जगह तेज बारिश हुई। आज भी सभी जिलों में बारिश का अलर्ट है।
मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने राजस्थान में छह सितंबर तक हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। उदयपुर में बीते दो दिन से हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। मंगलवार सुबह जिले के गोदो का गुड़ा में बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई। ग्रामीण शंकर लाल गमेती ने बताया कि गांव में अनछी (30) पत्नी कालू सिंह राजपूत खेत से चारा लेकर घर लौट रही थी। तभी उस पर बिजली गिर गई। जब तक गांव के लोग मौके पर पहुंचे उसकी मौत हो गई थी। वहीं, झाडोल में थोबावाड़ा नदी उफान पर आने से झाड़ोल-कंथारिया मार्ग बाधित हो गया। नदी के वैकल्पिक पुल को पार करते समय एक टीचर की बाइक स्लिप हो गई और वह बाइक सहित नदी में बह गया। ग्रामीणों ने शिक्षक को बाइक सहित सुरक्षित बाहर निकाल दिया।
मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मानसून की ट्रफ लाइन अभी जैसलमेर, रायसेन, छिंदवाड़ा होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। उत्तरी हरियाणा के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से राजस्थान के उत्तर-पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में बारिश हो रही है। उन्होंने बताया कि राजस्थान के अगले एक सप्ताह मानसून इसी तरह सक्रिय रहने की संभावना है। कई जगह हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग मुताबिक राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, खासकर दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्रों में। कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है। मानसून की गतिविधियां राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय रहेंगी, जिससे मौसम अस्थिर बना रह सकता है।
राजस्थान में 60 दिन के मानसून के दौरान पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार पानी की आठ प्रतिशत ज्यादा आवक हुई है। प्रदेश के 269 बांध लबालब भर गए हैं और 300 बांधों में पानी की आवक अधिक हुई है। वहीं 100 से ज्यादा बांधों में पानी की आवक जारी है और जल्द इनके लबालब होने की उम्मीद जल संसाधन विभाग के इंजीनियर लगा रहे हैं। प्रदेश के छोटे-बडे़ 691 बांधों की कुल भराव क्षमता 12900 मिलियन क्यूबिक मीटर है और अब बांधों में कुल भराव क्षमता के 73.14 प्रतिशत भर चुके हैं। उधर जयपुर, अजमेर और टोंक जिले को पेयजल देने वाले बीसलपुर बांध में भी पानी की आवक जारी है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित